प्रस्तावित स्थान पर स्वीकृत हुई पुलिया के स्थान पर अन्य जगह बनाई, अधूरा छोड़ा किसान परेशान

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हरीश पंचाल, परवलिया

ग्राम पंचायत परवलिया में भ्रष्टाचार व अनियमितता उजागर हुई है। पूर्व विधायक कलसिंह भाबर द्वारा 4.38 लाख हजार की लागत से एक रपट ग्राम पंचायत परवलिया को स्वीकृत करवाय था, जिसे सालपुरा फलिया बनाना प्रस्तावित था लेकिन उसे कुछ दिन पहले मानपुर की सीमा पर लगे खेतों में उक्त पुल का निर्माण शुरू किया, किसी को इस बात की भनक लगी तो ग्राम पंचायत में इसकी शिकायत की गई ग्राम पंचायत में आनन फानन में वहां से निर्माण सामग्री हठा ली ओर ओर निर्माण कार्य आधा छोड दिया, जिससे खेत वालों को बहुत कठिनाई हो रही है। आसपास के किसानों का कहना है कि यहा रपट हमारी बिना मर्जी से बनाई जा रही हे ओर साल भर पहले से कह रहे है बनाएंगे एवं स्वीकृत भी कर दी गई थी वहीं राशि का भुगतान भी हो चुका था। लेकिन आज 4-5 दिन पहले यहां काम शुरू हो गया और अचानक काम बंद करने से खेतों में खड़ी फसलों को इससे नुकसान हो रहा है। ग्राम पंचायत के इस भ्रष्टाचार से साबित होता है कि इसमे सभी अधिकारी शामिल है। क्योंकि जहां प्रस्तावित रपट थी वहा नहीं बन रहा राशि का भुगतान भी पहले हो चुका है। शासन की जनकल्याणीकारी योजनाओं से जनप्रतिनिधि इस तरह के कार्य स्वीकृत करते है। किसान दिनेश भुत रवि भुत, दलीचन्द भुत, इश्वर भुत, विष्णुराम भुत ने बताया कि हमारे खेतों में इस अधूरे निर्माण से भारी नुकसान हो रहा है। बताया की यह मार्ग नहीं है हमने हमारे लिए ही वैकल्पिक पंगडंडी बनाई थी आगे खेतो मे जाने सरकारी रास्ता है, लेकिन पंचायत अपनी मनमानी से यहा हमारे खेतो मे रपट अूुरी बनाकर हमारी फसलों को नुकसान पहुंचा रही है। अगर वहा से सामग्री व मिट्टी का ढेर नहीं हटाया तो हम ग्राम पंचायत के खिलाफ जनसुनवाई मे जाकर कलेक्टर से शिकायत करेंगे। वही इस मामले मे ग्राम पंचायत के सचिव रामचन्द्र मालीवाड का कहना है कि यह पुलिया स्वीकृत पहले के सचिव के कार्यकाल मे हुआ थाष मेरे नहीं ओर अगर एसा हुआ है, तो यह गलत हे वही विपक्ष के शान्तिलाल कटारा ने कहा कि पंचायत मे सरपंच की मनमानी से कार्य हो रहे हैं सभी कामो मे भ्रष्टाचार हो रहा हे किसान लोगो को नुकसान हो रहा है। वही ग्राम पंचायत के पूर्व सचिव संतोष माली का कहना है कि राशी कि 40 फीसदी भुगतान हुआ था ओर उसी समय सामग्री खरीद ली गई थी।
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