

झाबुआ लाइव के लिए राणापुर से एमके गोयल की रिपोर्ट। पयुषर्णपवाधिराज के चोथे दिन भाद्र शुक्ल अष्टमी को भगवान पुष्पदंतनाथ भगवान को मोक्ष कल्याणक मनाया गया। भगवान पूजा एंव निवार्णकाड पढ़कर मोक्ष कल्याणक पर अग्रवाल दिगंबर जैन मंदिर जी लड्डू चढाए गए। दोनो मंदिरो मे नित्यनियम पूजा, विधान की पूजा पढाई गई। उत्तम सोच धर्म की पुजा का लाभ बडे मदिंर जी मे शैतानमल पंचोली, अग्रवाल मंदिर मे मोहनलाल हंसराज अग्रवाल परिवार की ओर से थी। इससे पुर्व सुबह तत्वार्थ सूत्र का वाचन किया गया रोजाना की तरह का भगवान अभिषेक, शांतिधारा की गई।
मन की शुद्धि से ही सोच च धर्म की प्राप्ती होती
लोभ कषाय के अभाव होने को शोच धर्म कहते हैं यह सोच धर्म मन की शुद्धि से होता है, सोच धर्म वचनरूपी धन की गृद्धि पकड़ से होता है। सोच धर्म कषायों के अभाव से होता है, धर्म लोभ का वर्जन करता है, धर्म उत्तम तप के मार्ग में लगाता है, उत्तम सोच धर्म ब्रह्मचर्य के धारण करने से होता है आत्मा के गुणो को सतत मनन करने से, शल्यों के त्याग करने से होता है संसार को अनित्य समझकर एकाग्र मन से इस शौच धर्म का पालन करना चाहिए। यह सुख के मार्ग का सहायक है और शिवपद का दायक है। इसके सिवाय अन्य किसी का क्षण मात्र के लिए भी चितवन मत करो।