शायद बदल जाये पेटलावद की तस्वीर; युवाशक्ति इस बड़े मिशन की ओर;..पढ़िए यह खास रिपोर्ट

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सलमान शैख़@ झाबुआ Live..
पेटलावद। पर्यावरण के प्रति प्रेम व समर्पण का भाव मनुष्य अपने जन्म के साथ कुदरत से विरासत मे ंपाता है। हम जैसे-जैसे समय के साथ बड़े होते है, अपनी जिम्मेदारी व आसपास के लोगो के रवैये व उनके बर्ताव से हममे भी प्रकृति से विरासत में आए पर्यावरण का प्रेम व भाव कम हो जाता है। आज 21वीं सदी में जहां हमारा देख युवा शक्ति में सबसे आगे है। जिसके परिणा स्वरूप उसे जोश व उर्जा की वजह से जिस क्षैत्र में युवाओ ने अपनी उर्जा व समय दिया उस क्षैत्र में सकारात्मक बदलाव की क्रांति आई है। चाहे व क्षैत्र पर्यावरण व ग्लोबल वार्मिंग का क्यो न हो।
जी हां, पर्यावरण प्रदूषण की वजह से हर किसी को मुश्किल उठानी पड़ती है, लेकिन इसके बारे में सोचने वाले लोग कम ही है। कुछ ही लोग भी है, जो बड़ी खामोशी और शिद्दत से प्रकृति को नवजीवन देने में लगे हुए है। पर्यावरण की रक्षा के लिए अब शहर के कुछ युवा आगे आये है। बढ़ते हुए तापमान एवं ग्लोबल वॉर्मिंग से निपटने के उद्देश्य से शहर के युवाओ और समाजसेवियो ने बैठक कर नगर को हरा-भरा बनाने के उद्देश्य से मिशन ग्रीन पेटलावद का संकल्प लिया है। इसके तहत अधिक से अधिक पौधे लगाने एवं उनका पालन पौषण करने का निर्णय लिया गया। हालांकि इस मिशन की शुरूआत मानसून की पहली बारिश के बाद होगी, लेकिन युवाओ ने अभी से इस ओर अपना पूरा ध्यान लगा दिया है।
सोशल मीडिया पर छेड़ी इन युवाओ ने मुहिम-
उल्लैखनीय है कि नगर में बढ़ते तापमान, गर्मी एवं ग्लोबल वॉर्मिंग को देखते हए शहर के युवा अनिल चौधरी, दिनेश पडिय़ार, अनुमप भंडारी, गोलू हामड़, विनोद चौधरी और हमेशा पीडि़त मानवता की सेवा में तत्पर रहने वाले गौतम ग्रुप ने अपना ग्रीन पेटलावद मिशन की शुरूआत की। यह अभियान सोशल मीडिया वाट्सएप, फेसबुक आदि पर चलाया जा रहा है। वाट्सएप पर बकायदा एक ग्रुप बनाया गया है, जिसमें नगर के गणमान्य नागरिको और युवाओ को जोड़ा गया है। इस ग्रुप में सभी एक सुर में शहर के बढ़ते हुए तापमान पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए उसके उपाय के बारे में विस्तार से चर्चा कर रहे है।
इस मुहिम सफल बनाने के लिए अग्रसर युवा अनिल चौधरी बताते है कि अपना ग्रीन पेटलावद मुहिम का उद्देश्य तेजी से दूषित होते पर्यावरण को शुद्ध बनाना है। पानी, जंगल बचाने को लेकर जो स्थिति है। यह सोचनीय विषय है। आप सोच सकते है कि पानी, जंगल नही रहेगा तो हम कैसे जीयेंगे। युवा साथियो को पानी व जंगल के प्रति गंभीर होना होगा। हम सभी को इस ओर जागरूक होना होगा। मिलकर प्रयास करेंगे, तो शहर व गांव सुंदर होगा। हम युवा कुछ नया करने का संकल्प लेंगे तभी हम भविष्य को सुरक्षा प्रदान कर सकते है।
400 पौधो का होगा रोपण, हर एक सदस्य को करना होगी देखभाल-
करीब 400 अलग-अलग पौधो का रोपण करने का लक्ष्य युवाओ ने रखा है। यही नही इस मुहिम में संस्था से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को संस्था एक-एक पौधा रोपण करने के लिए देगी, जिसे खाद, पानी, ट्रीगार्ड की व्यवस्था संस्था करकर देगी। बस उस व्यक्ति को उस पेड़ की देखभाल और उसे बड़ा करने के प्रति सचेत रहना होगा और तो और अगर पौधा किसी कारण से सूख जाता है तो संस्था फिर से उस सदस्य को पौधा देगी, जिसे उसे रोपण कर पुन: देखभाल करनी होगी।
इन पौधो का होगा रोपण, 30 हजार की सहयोग राशि भी पहुंची-
ऑपरेशन ग्रीन पेटलावद के तहत युवावर्ग नर्सरी से पारस पीपल, अलस्टोनिया, नीम, गुलमोर आदि छायादार पौधो का रोपण किया जाएगा। अभी तक इस संस्था के युवाओ के पास नगर के सामाजिक कार्यकर्ताओ और संगठनो की ओर से 30 हजार रूपए की नकद राशि भी सहयोग के रूप में पहुंच चुकी है। सदस्यो ने इन पौधो को लगाने के लिए साई मंदिर से लेकर नगर परिषद कार्यालय तक और कॉलेज के पहले बने पुल से लेकर कॉलेज की बाउंड्री के आखरी छोर तक लगाने का निर्णय लिया है।
युवाओ की अपील- वृक्षारोपण करने जरूर आए आगे, ताकि पर्यावरण रहे संतुलित:
युवाओ ने नगर के गणमान्य नागरिको, जनप्रतिनिधियो और सामाजिक संगठनो के पदाधिकारियो से इस मुहिम से जुडऩे की अपील की है, ताकि अधिक से अधिक पेड़ लग सके और नगर का दूषित होता पर्यावरण फिर से अपने मुकाम पर पहुंच जाए। वृक्षारोपण से हमारी धरती हर भरी रहेगी और पर्यावरण भी संतुलन में रहेगा।
झाबुआ Live भी युवाओ की इस सराहनीय पहल को सेल्यूट करता है। साथ ही इस मुहिम के लिए आप सभी से अपील करता है कि हर व्यक्ति वृक्ष लगाकर उसकी देखरेख अपने बच्चो की तरह देखरेख करे, अगर ऐसा नही हुआ तो वह दिन दूर नही जब धरती पर वृक्ष नही बचेंगे और हम पानी को तरसेंगे।

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