आखिर मे पुलिस ने दर्ज की FIR; इन व्यापारियों ने लगाया किसानों को चुना..

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सलमान शैख़, पेटलावद

शुक्रवार को सामने आए किसानो से उपज लेकर दाम ही देने के मामले ने शनिवार को उग्र रूप ले लिया। आसपास के दर्जनो किसान शनिवार को सुबह तहसील कार्यालय पहुंचे और बाहर धरने पर बैठ गए। किसानो का आरोप था कि पेटलावद के व्यापारी निर्मल कुमार मेहता और वैभव मेहता ने उनकी फसल खरीदकर उन्हें बदले में जो राशि बनती है वह ही लौटाई। करीब आधे घंटे तक यह मामला चलता रहा। इसके बाद एसडीएम ने टीआई को इन व्यापारियो के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए।
4 लोगो पर दर्ज की एफआईआर-
पुलिस ने इस मामले में जांच आगे बढ़ाते हुए फरियादी राजेंद्र पिता गोविंदसिंह राठौर निवासी रामगढ़ की रिपोर्ट पर 4 व्यापारी जिसमें पेटलावद के निर्मल मेहता, उसका पुत्र वैभव मेहता, निलकमल मेहता और एक बामनिया के व्यापारी अशोक पटवा के खिलाफ धारा 420 व 406 के तहत प्रकरण दर्र्ज किया। हालांकि इन चार व्यापारियो में से 1 बामनिया का व्यापारी अशोक पटवा पुलिस गिरफ्त के बाहर है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने 3 व्यापारियो को गिरफ्तार कर लिया था।
इन किसानो के इतने रूपए बकाया-
अमरसिंह पिता रामगलाल गामड़ के 26 हजार 467 रूपए, ओमप्रकाश पिता मोहनलाल पाटीदार के 17 हजार 950, शांतिलाल वालचंद पाटीदार के 1 लाख 79 हजार 400, अमृतलाल मालवीय के 45 हजार 558 रूपए, जादुसिंह फतेसिंह मालवीय के 1 लाख 50 हजार, छोगालाल पिता अमरू पाटीदार के 50 हजार 330, रतनलाल पाटदार 4 लाख 80 हजार 619, नंदराम पाटीदार के 1 लाख 79 हजार 390, अंबाराम पिता रामचंद्र पाटीदार के 31 हजार 880, बाबु पिता भूरजी डामर के 10 हजार, दयाराम पिता खिमजी पाटीदार के 45 हजार 808, लालु पिता दयाराम पाटीदार के 34 हजार 557 रूपए, रमेश पिता गंगाराम मैड़ा के 74 हजार 100 रूपए, राजेंद्र पिता गोविंद राठौर के 6 लाख 29 हजार 460, कमलेश पिता बाबू गामड़ के 11 हजार 100 रूपए उक्त व्यापारियो के द्वारा आज तक नही दिए गए, जबकि इन सभी किसानो से उनकी गेहूं और सोयाबीन की फसल गांव में पहुंचकर ले आए थे। लंबे इंतजार के बाद भी भुगतान नही मिला, तो उन्होनें दूरभाष पर संपर्क करना चाहा, लेकिन निर्मल ने फोन बंंद कर लिया और पेटलावद से रफूचक्कर हो गया। इसके किसान आनन-फानन में पुलिस थाने पहुंचे थे।

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