झाबुआ। पेटलावद में हुए विस्फोट में 100 से अधिक मौतें पर षोक एवं अफसोस जाहिर करते हुए आज झाबुआ पूरी तरह से बंद रहा। जिला कांग्रेस कमेटी के बंद के आव्हान पर जिला कांग्रेस एवं नगर के व्यापारियों एवं सामाजिक संगठनों ने इस नगर को पूरी तरह बंद कर मृतकों के प्रति अपनी श्रद्वांजलि व्यक्त की तथा बंद के माध्यम से वर्तमान भाजपा सरकार एवं जिला प्रषासन के प्रति अपना गहरा आक्रोश व्यक्त किया। स्थानीय जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता एकत्रित होकर वहां से एक मोटर साइकिल रैली के रूप में नगर के मुख्य मार्गो बाबेल चोराहा, आजाद चोक, राजवाडा, कालिका माता मंदिर होते हुए कलेक्टर कार्यालय के मुख्य गेट पर पहुंचे तथा वहां पहुंचकर जमकर धरना प्रदर्षन व नारे बाजी की। इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए कलावती भुरिया वर्तमान प्रदेश की भाजपा सरकार एवं जिला प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पेटलावद विस्फोट में 100 से अधिक लोगों की जान गई तथा 200 से अधिक लोग घायल होकर इधर-उधर के अस्पतालों में भटक रहें है तथा अपना इलाज करवा रहें है। उन्होने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। उन्होने कहा कि अवेध सामग्री को छड्डियों के संग्रहणकर्ता राजेन्द्र कासवा को भाजपा व्यापारिक प्रकोश्ठ का पदाधिकारी है। पेटलावद नगर के नागरिकों एवं ग्रामीणों द्वारा नए बस स्टैंड से सटे सघन रहवासी इलाके में इस अवैध संग्रहण की जिला प्रषासन को जनसुनवाई के दौरान कई षिकायतों के बावजूद भी उनके राजनैतिक वजूदों की वजह से कार्यवाही नहीं की गई। लिहाजा कासवा के साथ उनतमाम् प्रषासनिक अधिकारियों के विरूद्व अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की बात कही है। भुरिया ने इस गंभीर घटना और प्रषासनिक लापरवाही से जुडे मुद्दे की सीबीआई जांच कराई जाने की मांग करते हुए कहा कि पुरे क्षेत्र में भाजपा से जुडे लोग विभिन्न तरह के खनिजों का राजनैतिक संरक्षण होने की वजह से लगातार अवेध उत्खन्न कर रहें है और इस उत्खनन में प्रयुक्त किया जाने वाले विस्फोटकों का भी अवैध संरक्षण का कार्य कर रहें है किंतु राजनैतिक दबाव की वजह से एवं कमाउपुत जिले में अपनी पदस्थी निरंतर बनी रहने की वजह से नौकरशाह उनके आगे-पीछे चाटूकारी कर रहें है तथा इस तरह की घटना के लिए ऐसे ही लोक जिम्मेदार हैं। भुरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री आए दिन इस जिले में अपने-अपने लोगो को पदस्थ करते जा रहें है जो उनका कहना मान कर इस जिले में अपनी मनमानी करने पर उतारू हैं तथा भ्रश्टाचार को बडावा देने में लगे हुए है। उन्हें जनता की तकलीफों का भी जरा भी ध्यान नहीं है। पेटलावद में मृतकों के परिवार द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष अपना आक्रोश व्यक्त किया जा रहा था तब झाबुआ जिले की एडिशनल एसपी द्वारा उन पर लाठीचार्ज कर खदेडने की सलाह देने में लगी थी तथा अब मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी वाहवाही कराना चाहती थी। किंतु दबाव की वजह से वे ऐसा नहीं कर पाई। उन्होने सलाह दी की आप जनता के साथ न्याय किजिए, जनता की भावनाओं को समझे तथा झुटे प्रकरण एवं गरीबों को परेषान करने वाले कार्य न करें। अच्छे कार्य किजिए जिससे जनता आपको याद करे किंतु आप ऐसा ना करके जनता पर जुल्म ढाने का काम कर रहें है। भुरिया ने ब्लास्ट आरोपी राजेन्द्र कासवा को 24 घंटे में गिरफतार करने की मांग की यदि 24 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफतार नहीं किया गया तो जिला कांग्रेस चक्काजाम एवं अनषन करने से भी नही चुकेगी जिसकी जवाबदारी जिला प्रषासन की होगी।युवा नेता डाॅ.विक्रांत भुरिया ने कहा कि झाबुआ और अलीराजपुर जिला बारूद का ढेर में तब्दील हो गया है। पेटलावद में हुआ विस्फोट प्रदेश की भाजपा सरकार की गलत नीतियों एवं जिला प्रशासन की घोर लापरवाही का ही परिणाम हैं। समय रहते यदि प्रषासनिक अधिकारी स्थानीय नागरिकों द्वारा की गई षिकायतों पर तत्काल कार्यवाही कर दोशी को सजा देते तो आज यह दर्दनाक घटना नहीं होती। हमारे घोशणावीर मुख्यमंत्री केवल लीपापोती करने के लिए ही यहां आए। डाॅ.भुरिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रषासन के कुछ लोग एवं भाजपा के नेता द्वारा आरोपी राजेन्द्र कासवा एवं उनके परिवारों को संरक्षण दे कर पेटलावद से ताबडतोड भगाया गया। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोशणओें पर कोई अमल नहीं किया जा रहा है। ब्लास्ट में पीडित मरीज रतलाम, इंदौर एवं गुजरात में जाकर इलाज करवा रहें है तथा वहां पर उनसे 3 लाख रूपये से 7 लाख रूपये की राषि जमा करवाने की बात कही जा रही है तथा वे हास्पीटल के लोग मुख्यमंत्री की फ्री इलाज की घोशणा को मानने से भी इनकार कर रहें है। पीडित के परिजन इधर-उधर से पैसा इकठा कर मरीजों की जान बचाने में लगे हुए हैं किंतु अभी तक प्रषासनीक स्तर पर उन्हें एक भी पैसा प्राप्त नहीं हुआ। उन्होने कहा कि भाजपा के नेता इस ब्लास्ट पर लीपापोती करने में लगे है।
पूर्व विधायक जेवियर मेडा ने कहा कि विस्फोटक सामग्री के लाइसेंस के लिए कई नियम है। हर तीन माह में विस्फोटक सामग्री की जांच की जाती है तथा विस्फोटक सामग्री की कितना उपयोग में आई है व कितना उपयोग में आना है इसकी भी प्रषासन को जानकारी देना अनिवार्य होता है तथा कहा-कहां पर यह रखा है इसकी भी जानकारी प्रषासन को अनिवार्य रूप से देनी होती है किंतु इन नियमों को ताक पर रख कर भाजपा नेताओं एवं विस्फोट सामग्री जांच कर्ता अधिकारी की मिली भगत के कारण अवैधानिक तरीके से विस्फोटक सामग्री का रख-रखाव किया जा रहा था। आज उसी का परिणाम है कि यह दर्दनाक घटना घटी। जिसमें कई युवा मारे गए तथा कईयों का इकलोता चिराग बुझ गया। उन्होने नियमानुसार ब्लास्ट से जुडे हुए लोगो पर कार्यवाही करने की मांग की तथा झाबुआ में गैस गोडाउन को भी 24 घंटे के अंदर अन्यत्र स्थापित करने की मांग की।
इस अवसर पर महामहीम राज्यपाल महोदय के नाम अनुविभागीय अधिकारी सैयद अली को ज्ञापन भी सोंपा गया। ज्ञापन का वाचन षहर कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री ने किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक जेवियर मेडा, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष हेमचंद्र डामोर, वरिश्ठ कांग्रेस नेता केमता डामोर, सलेल पठान, जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्श भटट, कांग्रेस नेता गौरव सक्सेना, बबलू कटारा, प्रषांत बामनिया, सायरा बानो, षीला मकवाना, मालू डोडियार, षारदा अमरसिंह, जोगडिया भाई पार्शद अविनाष डोडियार, धुमा डामोर, वरूण मकवाना, रसीद भाई, इस्तियाख, वसीम सैयद, जहीर, कालम भाई, यषवंत बेस, जय मुनिया, गौरव षर्मा, दिनेष कल्लीपुरा, नारू अमरपुरा, तोलिया सरपंच, खीमा सरपंच, देवझिरी सरपंच, वरसिंह गोला सरपंच, गुलाब सरंपच, कान्हा गुंडिया, थावरिया करडावद बडी, कुंडला सरपंच, छगन सरपंच, सहित जिला कांग्रेस की ब्लाॅक व षहर कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।