भारतीय स्त्री शक्ति संगठन के एक दिवसीय अभ्यास वर्ग में जुटी महिलाएं

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विपुल पंचाल, झाबुआ

भारतीय स्त्री शक्ति संगठन का एक दिवसीय अभ्यास वर्ग शरद विद्या मंदिर बिलिडोज़ में रविवार को सम्पन्न हुआ।कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के समक्ष दीपप्रज्वलन कर किया गया।अतिथि का स्वागत गुड़ की आकृति ,पुष्पहार व नारी श्रृंगार का प्रतीक कड़े द्वारा किया गया भारतीय स्त्री शक्ति संगठन की प्रदेश अध्यक्ष किरण शर्मा द्वारा कार्यक्रम की प्रस्तावना बताई गई जिसमें भारतीय स्त्री शक्ति के उद्देश्य दायित्व की जानकारी दी गयी।प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि सूरज डामोर द्वारा कहा गया कि कन्या का जन्म होने पर जश्न मनाया जाए ,बच्चों में संस्कार माँ से ही मिलते है पहली गुरु माँ ही होती है ।महिलाएं बेहतर कार्य कर सकती है बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षित लड़की दो घरों को संभाल कर रखती है ।महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम होना चाहिए।महिलाएं संगठित होकर कुछ भी कर सकती है। कार्यक्रम की अध्यक्ष गीता दुबे द्वारा स्थानीय समस्या पर चर्चा की उन्होंने बताया कि लंबे समय के संघर्ष के बाद बदलाव आया है महिलाओं की समस्याएं अंनत है लड़कियों में आत्मविश्वास की कमी है इसकी शुरुआत घर से ही होनी चाहिए ।बच्चियों की सुरक्षा में कमी सामाजिक व्यवस्था संवेदनहीन हो रही है सामाजिक संगठन के माध्यम से इस कार्य को करे ।आदिवासी महिलाओं के कारण आदिवासी संस्कृति जिंदा है ।महिलाओं व बच्चियों की सुरक्षा का मिशन वृहद स्तर पर चलाया जाए । बहुत बोलती है औरत कविता द्वारा महिला की व्यथा सुनाई । सीमा देशपांडे द्वारा भारतीय स्त्री शक्ति संगठन के कार्यों के बारे में बताया गया कि जिज्ञासा पत्रिका के द्वारा कन्याओं को जागरूक किया गया ।इसके माध्यम से स्कूलों में लड़कियों को जागरूक किया गया महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया ।जल साक्षरता प्रशिक्षण शिविर लगाये गए ।भारतीय महिला नीति का सर्वे ,कन्या भ्रूण हत्या निष्क्रियता छोड़ो अभियान चलाया गया ।दलित महिला जनसुनवाई नागपुर ,डिजिटल स्त्री शक्ति पुणे व्यवसायी मार्गदर्शन ।सरोगेसी बिल में परिवर्तन आदि किये गए।माधुरी सकोलकर द्वारा कहा गया कि कार्यकर्ता का संतुलन ,व्यवहार, चरित्र पर ध्यान दे ,कथनी व करनी में अंतर न हो,जो बोलते है वो बर्ताव में हो कार्यकर्ता घर घर जाए प्रसिद्धि के लिए कार्य न करे ।वीणा पेठनकर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष द्वारा समापन में कहा गया किया जो आज झाबुआ की अभ्यास शाखा में चर्चा की गई उन्हें अपने जिले में जाकर कार्यकर्ता को इस प्रकार के वर्ग आयोजित करना चाहिए ।घरेलू हिंसा का प्रतिकार करना चाहिए नारी शक्ति को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए । उदघाटन का संचालन वंदना जोशी ,कार्यक्रम का संचालन सविता गुप्ता ने किया आभार उमा वार्ष्णेय, प्रतिभा खीरे द्वारा किया गया। इस अवसर पर कीर्ति देवल, लता देवल ,अम्बिका टवली,अंजू शर्मा ,प्रवीणा माथुर ,वन्दना नायर, अर्चना सिसौदिया ,रुक्मणी वर्मा आदि उपस्थित थे।

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