नवरात्रि में राठौड़ समाज ने किया छैल छबीला गरबा रास का आयोजन

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पियुष चन्देल, अलीराजपुर

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नवरात्रि के पावन पर्व पर राठौड़ समाज अलीराजपुर के तत्वावधान में माँ अम्बे जी की भक्तिमय आराधना के साथ प्रतिदिन छैल छबीला गरबा रास का आयोजन किया गया। सम्पूर्ण नवरात्रि के नवों दिन समाज के युवक, युवतियों एवं बच्चों ने आकर्षक वेशभूषा व विशेष परिधानों के साथ गरबे का पूरा आनंद लिया।

प्रतिदिन आकर्षक वेशभूषा के साथ – आकर्षक झाकियां
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नवरात्रि के पहले दिन समाजजनो ने स्थानीय रणछोड़ राय मंदिर से मातारानी चौक बहारपुरा तक माताजी की प्रतिमा स्थापना का भव्य चल समारोह निकाला। जहां जूनागढ़ की ओर्केस्ट्रा के साथ ब्लैक एंड ब्ल्यु आर्ट में गरबा रास का आयोजन हुआ।अगले दिन कुंज बिहारी पिताम्बर धारी की वेशभूषा में समाज जनो ने गरबा रास किया। शनिवार को देशभक्ति का माहौल रहा और एक शाम राष्ट्र के नाम पर आयोजित थीम पर गरबा रास हुआ। जिसके अंतर्गत समाज जनो ने देश के वीर जवानों और शहिदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अलीराजपुर विधायक नागरसिंह चौहान, नपा अध्यक्ष सेना पटेल, नपा उपाध्यक्ष मकु परवाल तथा नगर के अन्य गणमान्य नागरिको के साथ मिलकर राठौड़ समाज के स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया।

रविवार को गुजरात का रंग दिखाते हुए गुजराती शैली में छैल छबीला रास रचिला में गरबा रास की धूम मचाई। सोमवार को रजाड़ी सनेडो (पधारो म्हारे देश) में पूरा राठौड़ समाज राजस्थानी कलेवर में झूमता हुआ नजर आया।

मंगलवार को सदी की सबसे बड़ी फिल्म बाहुबली पर आधारित थीम पर गरबा रास हुआ जिसमें पुरुषों ने महेंद्र बाहुबली तथा महिलाओं ने देवसेना की वेशभूषा धारण करके मातारानी चौक पर माहिष्मती राज्य जैसा वातावरण बना दिया। जिसे देखने हजारो की संख्या में दर्शकों का जमावड़ा लग गया। बुधवार को प्रेम की भाषा मे राधा कृष्ण की रास लीला का अद्भुत व विचित्र चित्रण प्रस्तुत किया। जहां पुरुष कृष्ण की वेशभूषा में मुकुट पहनकर व महिलायें राधा की वेशभूषा में मोरपंख लगा कर इस तरह गरबा रास कर रही थी, मानो पूरा वृन्दावन व गोकुल धाम मातारानी चौक पर उतर आया हो। गरबे के मूल उद्देश्य को वर्णित व चित्रित करता यह दृश्य सालो तक मन मष्तिष्क पर अमिट छाप छोड़ गया।

नवरात्रि के अंतिम दिन मातारानी चौक के गरबा प्रांगण में कन्या पूजन किया गया तथा राठौड़ समाज के सदस्यों ने पारंपरिक वेशभूषा धारण करते हुए अतरंगी छांव की थीम पर अलीराजपुर की सभ्यता व संस्कृति का परिचय करवाया। अंतिम दिन फायर ड्रम का भी प्रदर्शन किया गया। पाण्डाल में बनाये गए फव्वारे व लाईटिंग बहुत ही आकर्षक रही। पूरे नौ दिनों तक दर्शकों के लिए भी विशेष बैठक व्यवस्था रखी गई। राठौड़ समाज के अध्यक्ष किशनलाल राठौड़ व राठौड़ युवामंच के अध्यक्ष कमल राठौड़ व कुलदीप राठौड ने समाज जनो के प्रति कार्यक्रम में सहभागिता करके सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया।

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