हड़ताली लिपिक-चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने कलेक्टर कार्यालय के सामने चक्काजाम कर जमकर किया विरोध प्रदर्शन
पीयूष चंदेल अलीराजपुर
23 जुलाई से निरन्तर हड़ताल कर रहे लिपिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियो ने बुधवार को अपनी वेतन विसंगति दूर करने सम्बन्धी मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय के सामने तगड़ा चक्काजाम और हल्ला बोल विरोध प्रदर्शन किया।करीब एक घण्टे तक चले इस धरना प्रदर्शन में हड़ताली लिपिक संघ बाबू बाबू भाई भाई, हम अपना अधिकार मांगते हैं,नही किसी से भीख मांगते हैं…हम सब एक हैं, जोर जुर्म की टक्कर में संघर्ष हमारा नारा हे…शासन तेरी तानाशाही नही चलेगी नही चलेगी …जैसे गगनभेदी नारों के साथ कर्मचारियों ने अपना जोरदार विरोध और आक्रोश व्यक्त किया। उल्लेखनीय है, कि
वेतन विसंगति दूर करने व अन्य मांगो और रमेशचंद्र शर्मा समिति द्वारा की गई 23 सूत्री अनुशंसाओं को लागू कराने को लेकर मध्यप्रदेश लपिकवर्गीय /चतुर्थ श्रेणी सयुंक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर 23 जुलाई से लिपिक वर्ग और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने प्रदेश व्यापी काम बंद हड़ताल और धरना प्रदर्शन प्रारम्भ किया है। 37 विभिन्न विभागो के पूरे जिले में 260 कर्मचारी पूरी तरह से काम बन्द हड़ताल पर उतरे हुए हैे। इस हड़ताल से जिला मुख्यालय सहित 6 ब्लॉक के सभी सरकारी विभागों का कामकाज पूरी तरह से ठप्प हैं। इससे निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। सभी विभागों के अधिकारी हैरान परेशान है। साथ ही सरकारी काम हेतु बाहर से आने वाले लोगो को भी परेशानी उठाना पड़ रही है। जिले के सरकारी कार्यालयो में सन्नाटा पसरा हुआ है। हड़ताली कर्मचारी जिला मुख्यालय पर स्थित फ़तेह क्लब मैदान पर अपनी मांगों को लेकर पुरजोर तरीके से डटे हुए हैं। यहां आयोजित सभा को संबोधित करते हुए लिपिक कर्मचारी वक्ताओं ने बताया कि हड़ताल को खत्म करने के लिए जिला अधिकारियो द्वारा दबाव बनाया जा रहा है, डराया धमकाया जा रहा है, पर सारे हड़ताली कर्मचारी एक जुट है। ऐसी धमकी और दबाव की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। हम सब एक हैे के नारों के साथ पूरा पंडाल गुंजायमान हो गया। सभी ने एक स्वर में संकल्प व्यक्त किया कि जब तक मांगे पूरी नही होती तब तक यह अनिश्चितकालीन कामबंद हड़ताल जारी रहेगी।