छात्रावास भर्ती प्रकिया नियम कायदे रखे ताक पर, एसडीएम पंचोली सख्त कारवाई के मूड में

0

हरीश राठौड़, पेटलावद
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा आदिवासी बहुल क्षेत्र में शिक्षा एवं विकास के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे है किन्तु इस आदिवासी क्षेत्र में कर्मचारी अपने कर्तव्यों के प्रति सजग्र नहीं होंगे तब तक इस क्षेत्र के ग्रामीणों का शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति करना सभंव नहीं दिख रहा है।
छात्रावास भर्ती में मनमानी हावी
गत दिनों चारणपुरा क्षेत्र की बलिका पूजा कलारा को नियम अनुसार छात्रावास में पात्र होने के बावजूद भी भर्ती नहीं करने की शिकायत पूजा के पिता रमेश कलारा के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी को 16 जुलाई को की गई थी। एसडीएम हर्षल पंचोली द्वारा इस शिकायत के आधार पर जब विकासखंड शिक्षा अधिकारी हुक्कुसिंह से जब क्षेत्र के छात्रावासों में भर्ती के दस्तावेज मंगवाये तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
नियमो की खुलेआम उड़ रही धज्जियां
छात्रावासे में भर्ती प्रकिया के लिए शासन द्वारा स्पष्ठ रूप से दिशा निर्देश जारी कर रखे है इन नियमो के अनुसार अधिक दूरी के छात्र-छात्राओं के छात्रावास मे प्रवेश हेतु प्रथमिकता दी जाएगी, किन्तु पेटलावद क्षेत्र में इस के लिए गठित जो समिति गठित की गयी उसके द्वारा अधिंकाश उन छात्राओं को छात्रावास में प्रवेश दिया गया जिनकी निवास की दूरी छात्रावास से कम थी जो लिस्ट बीईओ द्वारा समिति की अनुशंसा की हुई। लिस्ट एसडीएम हर्षल पंचोली को दी गई उसको देखने से सीधे सीधे यह स्पष्ट हो रहा है कि छात्रावास भर्ती प्रकिया में काफी घालमेल हुआ है।
समिति हावी-
सूत्रों के मानें तो छात्रावास की भर्ती प्रकिया में जो समिति बनी हुई है। उसके द्वारा अपने लोगों को लाभ देने के लिए नियमों को ताक पर रखकर अपात्र छात्राओं को समिति में पात्र बताकर छात्रावास मे भर्ती हेतु अनुशंसा की गई।
बीईओ का गैरजिम्मेदार रवैया
बीईओ हुक्कुसिंह का मानना है कि मेरे द्वारा समिति को शासन के दिशा निर्देश से अवगत करवाया गया था किन्तु समिती के द्धारा ही जो अनुशंसा की गई है। उन्हे छात्रावास मे भर्ती किया जा रहा है वही बीईओ कार्यालय में संसाधनों की कमी के साथ साथ ही स्कूलों की मॉनिटरिंग के लिए कोई वाहन भी उपलब्ध नही है। जिससे स्कुलो व छात्रावासो की मानटरिंग में काफी दिक्कतो का सामना करना पड रहा है। वही इस पुरे मामले मे सहायक आयुक्त गणेश भाभर भी कुछ बोलने से बच रहे है।
वही अभी तक नही हुआ छात्रावास मे पुजा का प्रवेश
पुजा के पिता रमेश कलारा ने चर्चा के दौरान बताया कि मेरे द्धारा 16 जुलाई को एसडीएम को शिकायत की थी लेकिन मेरी लडक़ी पूजा पात्र होने के के बावजूद भी छात्रावास में भर्ती नहीं किया गया, अभी तक इस शिकयत को अब में सीएम हेल्पलाइन 181 व जनसुवाई में रुख करेंगे।
एसडीएम का सख्त रुख
इस सबंध में एसडीएम हर्षल पंचोली का कहना है कि छात्रावास भर्ती प्रकिया में नियमों की अनदेखी की गई हैं जिसके संबंध में मेरे द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करवाते हुए लिखा जा रहा है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.