दाहोद से राजेंद्र शर्मा की Exclusive रिपोर्ट ।![]()
गांधी के गुजरात में जहां शराबबंदी का कानून अमल में है वही जिले के छोटे से गांव की महिलाओ ने विदेशी शराब के अड्डे से परेशान होकर रणचंडी का रूप अख्तियार कर गांव में बने शराब के अड्डे पर जाकर जनता रेड कर विदेशी शराब के अड्डे पर तोड़फोड़ कर तहस-नहस करने से पूरे गांव में हड़कंप मच गया है आदिवासी अचल क्षेत्र में आई इस जागृति एवं अनोखी क्रांति से आने वाले दिनों में यह क्या रूप धारण करने वाली है यह महत्वपूर्ण है
लिमखेडा तहसील के प्रतापपुरा गांव में नजदीक के गांव छोटी बांडीबार के निवासी अशोकभाई वणकर का विदेशी शराब का अड्डा आया चलाया करता था जिससे परेशान होकर आज दोपहर को प्रतापपुरा गांव की महिलाओं ने हाथ में डंडा लकड़ी का और जो हाथ में आया वह लेकर विदेशी शराब के अड्डे पर जाकर शराब का धंधा बंद करो हमारे गांव में शराब बेचना बंद करो के नारे लगाकर अशोक वणकर के शराब के अड्डे पर टूट पड़ी महिलाओं का यह आक्रोश एवं एक साथ महिलाओं के समूह को देखकर शराब के अड्डे के मालिक वह उसके शागिर्द वहां से पलायन कर गए परंतु रणचंडी बनी इन महिलाओं ने नलियवाली छत, दरवाजे,अड्डे पर तोड़फोड़ कर पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया था किस घटना की जानकारी लिमखेडा पुलिस को मिलते ही लिमखेडा पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचते ही पुलिस को भी गुस्साई महिलाओं के आक्रोश का सामना करना पड़ा था ।
