शहर मे गुरुवार को होगा साध्वीत्रय का भव्य चार्तुमासिक प्रवेश

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5मंगल प्रवेश की संपूर्ण तैयारियां पूर्ण
झाबुआ। जैन समाज में चार्तुमास काल का विशेष महत्व है। इस काल में समाजजन पूर्ण रूप से धर्म आराधना में लीन रहते है। चार्तुमासिक काल को विभिन्न प्रकार की आराधनाओं, तप एवं साधना के लिए उत्कृष्ट माना गया है और इस दौरान यदि किसी साधु-साध्वी का सानिध्य मिल जाए, तो सोने में सुंगध के समान हो जाता है। ऐसा ही अवसर शुभ अवसर शहर को प्राप्त हुआ है। परम् पूज्य राष्ट्रसंत जैनाचार्य श्रीमद् विजय जयंतसेन सूरीश्वरजी मसा की आज्ञानुवर्ती समता साधिका साध्वीश्री महाप्रभा श्रीजी मसा की सुशिष्या साध्वीरत्ना श्री पुण्यदर्शना श्रीजी, हर्ष दर्शना श्रीजी एवं विरती दर्शना श्रीजी मसा आदि ठाणा-3 का चार्तुमास शहर मंे होने जा रहा है। जिसको लेकर साध्वीत्रय का भव्याति भव्य मंगल प्रवेश गुरूवार को होगा।
भव्य वरघोड़ा निकाला जाएगा
चार्तुमास समिति के रिंकू रूनवाल ने बताया कि प्रातः साढ़े 8 बजे श्री गौड़ी पाश्र्वनाथ मंदिर पर नवकारसी का आयोजन होगा। 9 बजे भव्य प्रवेश वरघोड़ा यहां से आरंभ होगा। वरघोड़े मे गाजो-बाजों के साथ राजेन्द्र जैन महिला परिषद्, हेमेन्द्र सूरी महिला एवं बहू मंडल, तेरापंथ महासभा महिला मंडल एवं दिगंबर जैन महिला मंडल अपनी वेशभूषा में सिर पर कलश लेकर वरघोड़ा की शोभा में अभिवृद्धि करेंगे। यह वरघोड़ा शहर के राजगढ़ नाका, कालिका माता मंदिर, आजाद चोक, मुख्य बाजार होते हुए रूनवाल बाजार, राधाकृष्ण मार्ग, राजवाड़ा चोक, लक्ष्मीबाई मार्ग होते हुए ऋषभदेव बावन जिनालय पहुंचेगा।
धर्मसभा का होगा आयोजन
पश्चात् यहां विशाल धर्मसभा का आयोजन किया जाएगा। धर्मसभा मे राजेन्द्र जयंत जैन पाठशाला के बच्चें अपनी प्रस्तुति देंगे। साथ ही चार्तुमास काल में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी चार्तुमास समिति द्वारा दी जाएगी। तत्पश्चात् साध्वीश्री मसा द्वारा उपस्थित धर्मावलंबियों को प्रवचन दिए जाएंगे। धर्मसभा के पश्चात् साधर्वी वाल्सल्य का आयोजन होगा।