झाबुआ, हमारे प्रतिनिधिः सत्यसाईं सेवा समिति झाबुआ के जिला कन्वीनर सौभाग्यसिंह चौहान के नेतृत्व में 8 सदस्यीय दल ने सत्यसाईं संगठन मध्यप्रदेश झोन 4 द्वारा धार में आयोजित बाल विकास प्रशिक्षण एवं मीटिंग में रविवार को भाग लिया। चौहान ने बताया कि सत्यसाईं बाबा के 90वें जन्मोत्सव वर्ष को सेवा वर्ष के मनाए जाने के साथ की बच्चों में नैतिक विकास एवं मानवीय मूल्यों के साथ ही संस्कार प्रस्फुटित करने के लिए कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया गया।
ओमकार के साथ प्रारंभ हुए कार्यक्रम में पिनाकीन बारोट ने स्वागत भाषण देते हुए बड़वानी, झाबुआ एवं धार की समितियों के द्वारा वर्ष भर किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा बताई। प्रियंका मिश्रा ने कार्यक्रम के मूल उदेश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। रत्ना बोर्चे ने बाबा के स्वर्ण जयंती जन्म वर्ष को आध्यात्मिक वर्ष के रूप में मनाए जाने के बारे में विस्तार से रोचक तरीके से जानकारी दी। अनु सचदेवा ने भी बाल विकास कार्यक्रमों के महत्व एवं 5 तकनीकी के बारे में जानकारी दी।
ध्यान और प्रार्थना विषय पर प्रियम मिश्रा ने जानकारी देते हुए समिति के सदस्यों से आव्हान किया कि हर सेवा कार्य को साई का कार्य मान कर सेवा भावना से करें। कहानी कथन के माध्यम से बच्चों के नैतिक विकास के बारे में श्रीमती रेखा परिहार ने रोचक तरीके से बाल विकास गुरूओं को प्रशिक्षित किया।
अरूण मांदले द्वारा मूल्य गीतों की प्रस्तुति के साथ ही भजन प्रशिक्षण भी दिया गया। अपर्णा तिवारी एवं अनु सचदेवा ने बच्चों को मूल्य आधारित खेल के माध्यम से उनके नैतिक विकास के बारे में प्रशिक्षण दिया तथा बाल विकास की कक्षाओं को किस तरह लगा कर बच्चों का बौद्धिक विकास एवं नैतिक संस्कार दिये जावे के बारे में बताया।
प्रशन्ति सेवा के महत्व के बारे में मकुल बोर्चे ने बताया वही कपिल भल्ला ने रोजगारोन्मुखी ग्राम सेवा के बारे में साईं संगठन की भूमिका विषय पर जानकारी देते हुए सभी से मानव सेवा माधव सेवा के महामंत्र को अंगीकार कर कार्य करने का आव्हान किया। सत्यसाई बाबा के जीवन एवं अपने अनुभवों तथा चमत्कारों के बारे में आर बी उपाध्याय ने धारा प्रवाह बोलते हुए बाबा को अवतारी व्यक्तित्व निरूपित किया। झाबुआ समिति के 8 सदस्यों ने दिन भर चले इस आयोजन में सहभागिता की।