प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी का वर्षावास महाराष्ट्र के हिंगणघाट में, थांदला में होगा साध्वी निखिलशीलाजी का वर्षावास

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थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
आचार्य उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी ने मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के ग्राम रत्नयाखेड़ी में रविवार को एक गरिमामय समारोह में अपना एवं अपने आज्ञानुवर्ती साधु-साध्वीजी के सन् 2018 के वर्षावास स्थलों की घोषणा साधु मर्यादा के आगारों सहित की। इस अवसर पर थांदला श्रीसंघ के श्रावक-श्राविकाएं भी बड़ी संख्या में रत्नयाखेड़ी पहुंचे। प्रर्वतक जिनेन्द्रमुनिजी ने अपना वर्षावास महाराष्ट्र राज्य के हिंगणघाट श्रीसंघ को प्रदान किया। प्रवर्तकश्रीजी के वर्षावास हेतु इंदौर, पेटलावद, रतलाम, थांदला श्रीसंघ ने भी भावभरी विनती की थी। जिनेन्द्रमुनिजी ने अन्य साधु-साध्वीजी के वर्षावासों की घोषणा भी की जिसमें घोर तपस्वी कानमुनिजी आदि ठाणा-जलगांव महाराष्ट्र, प्रखरवक्ता पंकजमुनिजी आदि ठाणा- गोटी महाराष्ट्र, अणुवत्स संयतमुनिजी आदिठाणा इंदौर मप्र, संघ हित चिन्तक तत्वज्ञ धर्मेन्द्रमुनिजी आदि ठाणा- खाचरौद मप्र, साध्वीश्री प्रवीणाश्रीजी, ज्योतिप्रभाजी आदि ठाणा- 4- सिल्लौड़ महाराष्ट्र, साध्वीश्री पुष्पलताजी, कांतिलताजी आदि ठाणा- खाचरौद, साध्वीश्री मधुबालाजी, धैर्यप्रभाजी आदि ठाणा 7, गोधरा गुजरात, साध्वीश्री धर्मलताजी आदिठाणा-3 चेन्नई, साध्वीश्री मुक्तिप्रभाजी, प्रेमलता आदिठाणा-4 -मुंडी, साध्वीश्री संयमप्रभाजी संयम आदि ठाणा- 7-हिंगणघाट महाराष्ट्र, साध्वीश्री पुण्यशीलाजी आदि ठाणा रतलाम मप्र, साध्वीश्री निखिलशीलाजी, दिव्यशीलाजी आदि ठाणा- 4 थांदला, साध्वीश्री श्रीकांताजी, प्रशमप्रभाजी आदि ठाणा-3 का वर्षावास मेघनगर मप्र में होगा। शेष वर्षावास विचारणीय है। यथा समय घोषित किए जाएंगे। समारोह में अनेक श्रीसंघो के अध्यक्ष और मंत्री ने अपने विचार व्यक्त किए व अपनी विनंती प्रस्तुत की। समारोह मे प्रवर्तकश्री जिनेन्द्रमुनिजी, धर्मेन्द्रमुनिजी, दिलीपमुनिजी आदिठाणा-7 और साध्वी मधुबालाजी, धैर्यप्रभाजी, मुक्तिप्रभाजी आदि ठाणा-16 कुल 23 साधु साध्वीजी का पावन सानिध्य मिला। नवकारसी का लाभ मनोहरलाल काठेड़, रवि काठेड़ परिवार और संतोष चपलोद परिवार नागदा जंक्षन ने लिया। साधर्मी वात्सल्य का लाभ अर्जुनसिंह, तोलाराम, भंवरसिंह, उम्मेदसिंह, यशवंतसिंह, सुरेषसिंह, हिम्मतसिंह राठौर एवं समस्त श्रीसंघ रत्नायखेड़ी व पुखराजबाई, भरतकुमार, रमेषचन्द्र, सुरेशचन्द्र, सुनीलकुमार वोरा परिवार मुलथान वाला परिवार ने लिया। समारोह में पूज्यश्री नंदाचार्य साहित्य समिति मेघनगर द्वारा साहित्य का स्टॉल लगाया गया थाा। अखिल भारतीय श्री धर्मदास स्थानकवासी जैन युवा संगठन द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता का शुभांरभ हुआ। धोवन पानी हेतु साफ, स्वच्छ एवं छनी हुइ्र्र राख अणु मित्र मण्डल इंदौर द्वारा वितरीत की गई। वर्षावास घोषणा समारोह में धर्मदास गण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानचंद बुपक्या, राष्ट्रीय महामंत्री शांतिलाल भंडारी, अखिल भारतीय धर्मदास स्थानकवासी जैन युवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेन्द्र गादिया, अखिल भारतीय चंदना श्राविका संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष दिव्या डोशी के अलावा मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु आदि प्रांतो के श्रीसंघ उपस्थित थे। संचालन में धर्मदास गण परिषद् के संगठन मंत्री भरत भंसाली ने किया।
इन स्थानो पर भी होगे वर्षावास
खरगौन, पेटलावद और रावटी में भी साधु-साध्वीजी के वर्षावास होगे। इन स्थानों पर कौन-से सिघाड़े के वर्षावास होगे जिसकी घोषणा समयानुसार की जाएगी।
फाल्गुनी चौमासी पक्खी-पर्व मनाया
आचार्य उमेशमुनिजी के शिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी, धर्मेन्द्रमुनिजी, दिलीपमुनिजी आदिठाणा-7 और साध्वी मधुबालाजी, धैर्यप्रभाजी, मुक्तिप्रभाजी आदि ठाणा-16 के पावन सानिध्य में 1 मार्च गुरुवार को फाल्गुनी चौमासी पक्खी पर्व जप-तप-त्याग-तपस्या व विभिन्न धार्मिक आराधना के साथ मनाया गया। बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने उपवास आदि विविध तपाराधना की। 50 अजैन भाई-बहनों ने भी उपवास तप की तपस्या की। यहां आयोजित तीन दिवसीय शिविर में 50 से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने प्रवर्तकश्री, मुनिमंडल व साध्वी मंडल से ज्ञानार्जन अर्जित किया।

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