रक्षक ही बनने चला भक्षक ; नाबालिग के अपहरण-छेडछाड के आरोप मे पुलिस कांस्टेबल पर एफआईआर दर्ज 

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Alirajpur live के लिए फिरोज खान # बबलू# की  एक्सक्लूसिव रिपोर्ट-

आरोपी कांस्टेबल दिलीप

जब बागड ही खेत खाने लगे तो खेत का क्या होगा ? यह कहावत अलीराजपुर जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दुर ” सोंडवा ” मे चरितार्थ होते दिखी जब सोंडवा पुलिस थाने पर तैनात एक पुलिस कांस्टेबल ” दिलीप ” एंव उसके एक अज्ञात साथी पर सोंडवा पुलिस थाने पर नाबालिग (15 ) लडकी के अपहरण एंव  छेडछाड के आरोप मे एफआईआर दर्ज की गयी है साथ ही पास्को एक्ट भी लगाया गया है  एफआईआर दर्ज होने के बाद आरोपी कांस्टेबल फरार हो गया है । एसपी अलीराजपुर ” विपुल श्रीवास्तव ” ने बताया कि ” घटना गुरुवार दोपहर की है जब सोंडवा मे ही पदस्थ पुलिस कांस्टेबल दिलीप ( 24 ) अपने एक अन्य सिविलियन दोस्त ( उम्र करीब 23 साल ) के साथ सोंडवा के ही एक एक मोहल्ले मे पहुंचा ओर थाने से एक मामले मे पूछ-ताछ करने एंव जानकारी जुटाने के लिए खुद को अधिकृत बताकर पूछ-ताछ करने लगा ओर इसी मोहल्ले के एक घर से एक नाबालिग लडकी को अपने साथ चलने के लिए कहा .. चुंकि पुलिस ले जा रही है तो नाबालिग लडकी थाने का समझकर कांस्टेबल दिलीप की बाइक पर बैठ गयी ओर दिलीप उसे अज्ञात जगह ले जाने लगा इस पर पडोसियों को शक हुआ तो उन्होंने दिलीप का पीछा शुरु किया । इस पर कांस्टेबल दिलीप घबरा गया ओर नाबालिग लडकी को छोडकर फरार हो गया । इस दोरान दिलीप ने लडकी की असहमति के बावजूद उसे गलत तरीके से छुआ था । बाद मे लडकी ओर उसके परिजनों ने सोंडवा थाने मे कांस्टेबल दिलीप ओर उसके अज्ञात साथी के खिलाफ शिकायती आवेदन दिया । एसपी अलीराजपुर के अनुसार उन्होंने मामले की प्रारंभिक जांच अलीराजपुर की एएसपी सीमा अलावा से कल शुक्रवार को करवाई ओर जांच मे शिकायत प्रथम दृष्टया सही पाये जाने पर शुक्रवार देर शाम एफआईआर दर्ज की गयी । एसपी अलीराजपुर विपुल श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी कांस्टेबल दिलीप ओर उसके अज्ञात साथी के खिलाफ नाबालिग के अपहरण ओर छेडछाड के आरोप मे आयपीसी की धारा 363; 365 ; 354 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है इसके अलावा पास्को एक्ट भी लगाया गया है । एसपी ने बताया कि आरोपी कांस्टेबल दिलीप की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है उसकी गिरफ्तारी के बाद ही उसके साथी के नाम का खुलासा होगा । एसपी ने बताया कि आरोपी दिलीप को पुलिस की ओर से किसी भी मामलें में जांच के लिए सोंडवा पुलिस की ओर से नहीं कहा गया था उसने मनगढंत कहानी बनाकर नाबालिग को ले जाने के उददेश्य से यह बहाना बनाया था ।