अलीराजपुर लाइव के लिए बरझर से इरशाद खान की रिपोर्ट-
हर साल की तरहा इस साल भी आस्था ओर विश्वास की उस परंपरा का साक्षी बना जहां मन्नत धारी धधकते अंगारों पर चलकर प्रभु के जयकारे लगाते चल रहे थे। यही नही अंगारों से बनी चूल में ग्रामीण घी डालकर उसे ओर प्रज्वलित कर रहे थे लेकिन इस पर चलते मन्नतधारी बिना उफ किए गुजरते जा रहे थे होलिका दहन के दूसरे दिन दोपहर से ही क्षेत्र के दर्जनों गांव के ग्रामीण का हुजूम गांव के मुख्य मार्गों पर नजर आने लगा चूल के समक्ष बड़ी संख्या में महिला पुरुष व बच्चे ढोल मांदल की थाप पर कुरार्टियां भरते दिखाई दिए गांव के पटेल ने सबसे पहले चूल के पास विधि-विधान कर धधकते अंगारों पर चल कर चूल मन्नत उतारी उसके बाद मन्नतधारियों ने अपनी मन्नत पूरी की जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे। मन्नत पूरी होने के बाद गेर निकाली गई, गेर निकाल कर चूल का समापन किया गया।