दाहोद के झायड्स अस्पताल में इलाज के दौरान हुईं तीन मरीजों की मौत के बाद परिजनों का फूटा गुस्सा

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झाबुआ लाइव के लिए दाहोद ब्यूरो चीफ राजेन्द्र शर्मा की रिपोर्ट

दाहोद के झायड्स अस्पताल में पेट की बीमारी के उपचार हेतु भर्ती हुए मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के 18 वर्षीय बालक तथा अन्य कारणो के चलते 2 व्यक्तिओ समेत कुल 3 व्यक्तिओ की उपचार के दौरान मौत हो गई। इसके बाद मृतक के परिजनों द्वारा डॉक्टर की लापरवाही के कारण मौत होने के आरोप लगाते हुए अस्पताल में भारी उत्पात मचाया था जिसके कारण वहां उपस्थित लोगों की भीड़ ने रोड पर आकर चक्काजाम कर देने के कारण स्टेशन रोड इलाके में ट्रैफिक जाम की स्थिति निर्मित हो गई।इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भीड़ को समझाने के बाद दोनों तरफ का परिवहन पुनः चालू करवाया। मिली जानकारी अनुसार मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के भाबरा आजाद नगर तहसील के रिंगोल गांव के निवासी 18 वर्षीय अजीत वेस्ता भाभोर के पेट की बीमारी के कारण दाहोद के झायड्स अस्पताल में उपचार हेतु 17 फरवरी को लाया गया था जहां पर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने अजीत को भर्ती किया गया था जहां पर उसका इलाज डॉक्टर सुरजीत सिंह बारिया की निगरानी में चल रहा था। उपचार के दौरान अजीत भाई वेस्ताभाई भाभोर कि मोत हो गई थी अजीत भाई भाभोर की मौत की खबर उनके परिजनों को होते ही उनके परिजनों ने अजीत भाई भाभोर कि मौत डॉक्टर की लापरवाही से होने के आरोप लगाते हुए अस्पताल के परिसर में भारी उत्पात मचाया था। जिसके बाद अस्पताल में जमा हुए लोगों की भीड़ ने सड़क पर आकर चक्का जाम करने से स्टेशन रोड इलाके में वाहनों की कतार लग गई थी। मौके की नजाकत को देखते हुए जिला पुलिस प्रशासन ने शांतिपूर्वक भीड़ को समझाने के बाद सड़क से हटाकर दोनों तरफ का वाहन व्यवहार पुनः शुरू करवाया था मृतक के परिजनों ने मरने वाले अजीत भाई उसका भाई भाभोर की मौत डॉक्टर की लापरवाही से होने के आरोप लगाते हुए बताया कि 4 दिन से चल रहे इलाज के दौरान तबीयत में कोई सुधार ना होने के कारण अस्पताल से दूसरे बड़े अस्पताल में उपचार हेतु ले जाने के लिए छुट्टी मांगने पर छुट्टी नहीं दी थी और कल सुबह ऑपरेशन थिएटर में ले जाने के बाद काफी देर के बाद बिना ऑपरेशन किए वापस अपने बेड पर सुला दिया था तथा डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाइयां भी अस्पताल के मेडिकल स्टोर से ₹900 में खरीदी गई थी जिसका बिल भी नहीं दिया गया ऐसा आरोप लगाए थे। इस मामले में झायड्स अस्पताल के सीईओ डॉ मोलेश शाह से हुई टेलीफोनिक बातचीत में उन्होंने बताया कि मरने वाले अजीत भाई वेस्ताभाई भाभोर की बॉडी का डॉक्टर की पैनल द्वारा पैनल पोस्टमार्टम कराने के बाद उनके विसेरा वडोदरा से मंगाए जाएंगे अगर उसमें डॉक्टर की लापरवाही से मौत हुई होगी तो डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी इस मरीज का इलाज डॉक्टर सुर्यजीत सिंह बारिया की निगरानी में चल रहा था तथा ₹900 दवाई के चुकाने के बाद दवाई के बिल ना देने के संदर्भ में उन्होंने इस बात का मुझे मालूम नहीं है।  ऐसा कह कर बात को टाल दी थी तथा मरीज को ऑपरेशन थिएटर में ले जाने के बाद ऑपरेशन ना करने का कारण पूछने पर उन्होंने मुझे इस संदर्भ में कुछ पता नहीं है।  ऐसा कह कर बात को टाल दी थी तथा अंत में इस मुद्दे को अस्पताल के खिलाफ साजिश कि होने का बताया।

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