झाबुआ लाइव के लिए मेघनगर से भूपेंद्र बरमंडलिया की रिपोर्ट –
स्थानीय प्रशासन ने थांदला-मेघनगर रोड पर स्थित शासकीय भूमि जिसका सर्वे क्र. 557 होकर ब्लाक नजूल की भूमि पर नगर के भू-माफिया संजय गुप्ता तथा इनके साथी द्वारा मिलकर न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए शासकीय जमीन पर कब्जे का प्रयास कर रहे थे। उक्त लोगों ने करोड़ों की भूमि बड़े स्टेªक्चर खड़ा कर दिया था परन्तु नगर परिषद एवं जागरूक पार्षद ने उक्त अतिक्रमण के विरूद्व कलेक्टर तथा स्थानीय प्रशासन को आवेदन किया एंव वस्तुस्थिति के बारे में दस्तावेजी साक्ष्य के साथ जानकारी देते हुए उक्त अतिक्रमण को हटाने की मांग की पार्षदों ने जिले के प्रभारी मंत्री अंतरसिह आर्य को भी उक्त अतिक्रमण से अवगत करवाया था। गोरतलब है कि नगर मे गुप्ता परिवार तथा अन्य भू-माफियाओं द्वारा मंडी नजूल एंव ब्लाक नजूल की भूमि पर बरसों से अतिक्रमण करने का प्रयास करते रहे हैं। बताया जाता है कि फर्जी दस्तावेजो के माध्यम से मध्य प्रदेश शासन एवं न्यायालय को भी गुमराह करने का प्रयास करते रहते है कई ऐसी जमीनों के फर्जी दस्तावेज इसके उदाहरण है नगर में ऐसी कई जगह है जहा लोगों ने धर्म के नाम पर कब्जा किया है तो कही मकान बना कर गलिया ही साफ कर दी तो कइयों ने सरकारी कुओं पर भी अवैध निर्माण कर डाला है। आखिर प्रशासन आज की तरह इन पर भी कार्रवाई करेगी या ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होगी। इन दिनां नगर में इन भूू-माफियाओं के संरक्षण में कई लोगों ने फर्जी दस्तावेज के माध्यम से अपने रहने के आलीशान आवास बना लिए है। वही धनाढ्य वर्ग के लोगों ने हवाले के माध्यम से नजूल भूमि पर फर्जी दस्तावेज के जरिये हथियाकर बड़ी बड़ी दुकाने व काम्पलेक्स बना लिए हैं।
क्या कहते है जिमेदार
नगर परिषद द्वारा 26 जुलाई को अतिक्रमण हटाने बाबद नोटिस जारी किया गया था जो कि निर्माण स्थान पर चस्पा कर दिया गया था।
– प्रभु पाटीदार, सीएमओ मेघनगर
अतिक्रमणकारियो ने न्यायालय तथा सभी अधिकारियों को गुमराह किया किया है। अतिक्रमण हटाने के लिए इन्हें पूर्व में भी सूचित किया जा चुका हैं परन्तु फिर भी अतिक्रमण नहीं हटाया इसलिए यह कार्रवाई की गई। उक्त कार्रवाई मप्र भू-राजस्व संहिता की धारा 248 के तहत की गई तथा समस्त कार्रवाई में आया गया खर्चा अतिक्रमणकारियों से ही वसूला जाएगा।
– केएस गौतम, तहसीलदार मेघनगर