झाबुआ Live के लिए ” बामनिया ” से लोकेंद्र चाणोदिया की EXCLUSIVE वीडियो रिपोर्ट ।
https://youtu.be/OZCx2I-_bZo
उज्जैन से दाहोद व्हाया बामनिया होकर जाने वाली ” मेमू” ट्रेन मे मे लघु शंका के लिए ” टायलेट” भी ना होना आम यात्रियों के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है लगातार यात्री इसी के चलते या तो जान गंवा देते है या दिव्यांग हो रहे है । आज भी एक ताजा घटनाक्रम मे मेमू ट्रेन मे सफर कर रहे उज्जैन निवासी यात्री सुनिल जैन इस समस्या का शिकार हुए । दरअसल जैसै ही बामनिया रेलवे स्टेशन आया वैसै ही सुनिल लघु शंका के लिए उतरे ओर जब तक आसानी से वापिस चढते तब तक ट्रेन स्टाट॔ हो गयी ओर चढने के प्रयास मे सुनिल का पैर फिसल गया ओय वे ट्रेन की चपेट मे आ गये नतीजा उनका एक पैर पूरी तरह से कट सा गया है गंभीर हालात मे उन्हे पहले पेटलावद ओर फिर वहां से इंदोर रैफर किया गया है बडा सवाल यह है कि पुरुष तो जान जोखिम मे डालकर लघु शंका के लिए उतरने का रिस्क ले लेता है लेकिन महिला यात्रियों की परेशानी का क्या होगा ? यह रेलवे को विचार करना चाहिए । गोरलतब है कि उज्जैन से दाहोद की दूरी मेमू ट्रेन करीब 6 घंटे मे पहुंचती है ऐसे मे सबसे अधिक परेशानी लंबी दूरी का सफर करने वालों को होती है ।