मंडी प्रांरभ होने से किसानों को मिल रहा लाभ, उठने लगी स्थाई मंडी की मांग

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झाबुआ लाइव के लिए झकनावदा से जितेंद्र राठौड़ की रिपोर्ट-
झकनावदा मे जिला कलेक्टर के आदेश के बाद भावातंर योजना में झकनावदा में खरीदी प्रांरभ की गई। झकनावदा में अस्थाई मंडी प्रांरभ प्रांरभ कर भावांतर योजना की उपज मंडी मे खरीदना प्रांरभ हुई, जिसके कारण किसानों को उपज का उचित दाम मिल पा रहा है।
सोयाबीन-कपास की बंपर आवक
झकनावदा में अस्थाई मंडी प्रांरभ होने के साथ ही झकनावदा मे सोयाबीन की बंपर आवक हो रही है मंडी के आंकड़ों को माने तो करीब दो हजार क्विंटल सोयाबीन से अधिक की आवक झकनावदा मंडी मे प्रति शनिवार हो रही है। सोयाबीन सहित अन्य उपज बड़ी मात्रा में मंडी में बिक रही है।
2800/-प्रति क्विंटल बिका सोयाबीन
झकनावदा मे अस्थायी मंडी प्रांरभ होने के साथ ही किसानों को सोयाबीन और अन्य फसलों के उचित दाम किसानों को मिल रहे हैं। झकनावदा मंडी में सोयाबीन सर्वाधिक 2800 रुपए प्रति क्रिव्टल बिका वही न्यूनतम भी 2700 प्रति क्विंटल बिक रहा है।
पूरे सप्ताह मंडी चलाने की मांग
झकनावदा मे अनाज की हो रही बंपर आवक व सप्ताह में मात्र एक दिन मंड़ी चलने के कारण किसानो को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि आदिवासी अंचल होने के कारण छोटे किसान उपज अपनी उपयोगिता के हिसाब से बेचते है, जिसके कारण पिछले दिनो तक किसान को फसल बेचने में दिक्कतों का समाना करना पड़ता है इसलिए किसानों की मांग है कि मंडी लगातार झकनावदा में चालू की जाए।
जमीन अलॉटमेंट करवा कर स्थाई मंडी प्रांरभ हो
झकनावदा मे अगर स्थायई मंडी बनती है तो करीब तिन दर्जन पंचायत के करीब 80 गांवों के किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। झकनावदा के अलावा रामा ब्लाक का एक बडा हिस्सा झकनावदा से लगा हुआ है और झकनावदा से पेटलावद की दूरी 30और रामा ब्लॉक के किसान को भी अपनी उपज लेकर झाबुआ मंडी जाना होता है, जिसके कारण काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ता है। अगर झकनावदा में स्थाई उपज मंडी प्रांरभ होती है तो किसान को इसका बडा लाभ मिलेगा। साथ अपनी उपज बेचने के लिए भटकना नही पड़ेगा।
जमीन आवंटन जल्द हो नवीन मंडी का निर्माण-
झकनावदा में नवीन मंडी निर्माण की मांग वर्षों से की जा रही है। झकनावदा के किसानों का कहना है कि करवड-सांरगी-रायपुरिया में उपमंडी बनकर तैयार हो चुकी है परंतु केवल झकनावदा अछूता क्यों यह बडा सवाल है किसानों की आरोप है की भाजपा और कांग्रेस से जुड़े कई बड़े जनप्रतिनिधि इसी क्षेत्र से आते है पंरतु किसी ने मंडी झकनावदा मे मंडी निर्माण कर प्रांरभ करने की रुचि किसी ने नहीं दिखाई।
कर्मचारियों का नियुक्ति की जाए-
झकनावदा में स्थाई मंडी प्रांरभ की जाए एवं यहां जल्द ही स्थाई रूप से कर्मचारियों का नियुक्ति की किसान जगदीश सिसौदिया ने मांग की झकनावदा मे जल्द ही स्थाई मंडी प्रांरभ की जाए एवं यहां अभी मंडी का स्थाई कार्यालय प्रांरभ किया जाए, जिससे किसानों को फसल का उचित दाम मिल सके।
मंडी खुलने से सुधर सकती है झकनावदा की दशा और दिशा-
झकनावदा मे मंडी खुलने पर करीब तीन दर्जन पंचायत के ग्रामीण अनाज बेचने झकनावदा पहुंचेंगे जिससे झकनावदा को व्यापारिक स्तर पर भी लाभ होगा।
क्या कहते है जनप्रतिनिधि
झकनावदा में बड़ा क्षेत्रलगता है। स्थायी मंडी के पांरभ करने के प्रस्ताव भेजे जा चुके है जल्द ही झकनावदा में स्थाई मंडी प्रांरभ होगी
– निर्मला भूरिया, विधायक पेटलावद
झकनावदा में स्थाई मंडी प्रांरभ होना चाहिए जिससे किसानों को भटकना नहीं पड़ेगा।               – प्रदीपसिंह तारखेडी
किसान नेता और सांसद प्रतिनिधि
झकनावदा मे मंडी प्रांरभ होने से किसानों और व्यापारियों दोनों को लाभ होगा। मंडी प्रशासन भी लगातार झकनावदा मे मंडी का संचालन कर रहे है।
-व्यापारी रितेश अग्रवाल
हम लगातार प्रयासरत है कि झकनावदा में स्थाई मंडी प्रांरभ हो, अभी सप्ताह में दो दिन मंडी प्रांरभ करने, आदेश मिलने और स्टाफ की कमी दूर होने पर झकनावदा में स्थायी मंडी प्रांरभ करने झकनावदा में बड़ा क्षेत्र लगता है। स्थाई मंडी के लिए प्रयासरत है। -एनएस व्यास, मंडी अधिकारी

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