ब्रिज तैयार-भूमि अधिग्रहण अभी तक नहीं, बायपास का काम अटका

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झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
बायपास और थांदला नगर दोनों ही बरसों से शहरवासियों के साथ छल करता आ रहा है। कई वर्षों तक बायपास कहा से निकाला जाये इस पर विवाद था तो अब भूमि अधिग्रहण में लटका हुआ नजर आ रहा है। किसी भूखे के मुंह के पास निवाला लाकर बस रोक दिया हो उसी तरह थांदला नगर के बरसों के इंतजार के बाद आए बायपास का काम इसी तरह रुका पडा है, बायपास हेतु नवीन ब्रिज तैयार हो चुका है, रोड हेतु टेंडर होकर वर्क-ऑर्डर आ चुके हैं। मगर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूर्ण न होने कारण बायपास लटका पडा है जिस कारण हजारों वाहनों की आवाजाही नगर के मध्य से हो रही हैं, जो रोजाना छोटी बड़ी दुर्घटनाओं को निमंत्रण दे रही हैं। जिम्मेदारों का कहना है कि प्रक्रिया बस अपने अंतिम चरण में है कुछ ही दिनो में बायपास का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। बायपास हेतु बनाया गया ब्रिज भी निर्माण हुए लगभग एक वर्ष हो चुका है।
मुआवजे की राशि में लगा समय-
अनुविभागीय अधिकारी एसएन दर्रो के अनुसार मार्च के पूर्व हो चुके थे परन्तु अधिग्रहण बाद में होने से मुआवजे की राशि में बढ़ोतरी हुई जिस कारण समय लग गया। कागजी कार्रवाई पूर्ण हो चुकी है। अब कुछ ही दिनों में बायपास रोड निर्माण को इंजीनियर के सर्वे के उपरान्त शुरु हो जाएगा।
तिराहा बनेगा व्यस्त चौराहा
पुरानी नगर परिषद तिराहा जो कि बायपास बनने के बाद अतिव्यस्त बायपास चौराहा बन जाएगा। झाबुआ मार्ग से आने वाले वाहनों के अलावा अन्य मार्गो के वाहनों की आवाजाही भी इस चौराहे पर बढ़ेगी। चूंकि बायपास बनने से पेटलावद मार्ग से आने वाले वाहन जो कि रतलाम मार्ग-लिमडी मार्ग या राजस्थान की ओर जाने के लिए एमजी रोड से गुजरते है वे भी अब बायपास पर जाने हेतु इसी पुरानी नगर परिषद चौराहे से बायपास लेकर गुजरेंगे जिससे निश्चित ही इस चौराहे पर वाहनों का दबाव बढ़ेगा, लेकिन अगर पेटलावद रोड से फ्लाइ-ओवर बना दिया जाए जो बायपास से मिला दिया जाये तो इस समस्या का भी निदान किया जा सकता है ।
क्या यह बायपास अदा करेगा असल में बायपास की भूमिका
बायपास से कुछ हद तक नगर के एमजी रोड को राहत तो मिलेगी मगर नगर का पुरानी नगर पंचायत तिराहा बहुत अधीक वाहनों की आवाजाही को सहेगा व नगर के लोगों को इस ट्रैफिक से होकर सरकारी दफ्दरों, कॉलेज, स्कूलों एवं तीन से अधिक कॉलोनियों में पहुंचना होगा। इस बायपास के बीच पशु चिकित्सालय, न्यायालय, मामा बालेश्वर दयाल बालोद्यान, तहसील कार्यालय, जनपद कार्यालय, नगर परिषद कार्यालय, कन्या व उत्कृष्ट विद्यालय, दशहरा मैदान, इंद्रपुरी कालोनी, संजय कालोनी, विवेकानंद कालोनी, अणु नगर व तीन निजी स्कूलों व महाविद्यालय पहुंचने हेतु नगरवासियों को इस बायपास मार्ग से गुजरना होगा। अब देखना यह है कि सरकारी दस्तावेजों में फंसा बायपास रुपी निवाला भूखे थांदला नगर की भूख मिटाएगा या यूं ही ललचाता रहेगा।

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