किसान आंदोलन में बोले सांसद भूरिया-भावांतर योजना किसानों-व्यापारियों के लिए काला कानून

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झाबुआ लाइव के लिए झकनावदा से जितेंद्र राठौड़ की रिपोर्ट-
भावांतर योजना किसानों और व्यापारियों के लिए काला कानून है। सरकार के निर्णय से मुख्यमंत्री के करीबी मालामाल हो रहे हैं और ग्रामीण व्यापारी और किसान को इस योजना के कारण किसानों को 40 किमी जाकर अपनी उपज बेचने के सरकार मजबूर कर रही है, जिससे छोटा किसान जो अपनी दैनिक दिनचर्या अपनी उपज बेचकर चलाता है परतु सरकार के तुगलकी आदेश के कारण व्यापारी किसानों की उपज नही खरीद पा रहा है। उक्त संबोधन सांसद कांतिलाल भूरिया ने झकनावदा में किसानों के धरने को संबोधित करते हुए। सांसद भूरिया, प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री शिवराजसिह चौहान पर भी जमकर निशाना साधा।
किसान दर-दर की खा रहे ठोंकरे-
सांसद भूरिया ने कहा कि मामा उडनखटोले में घूम रहे हैं और भानजा दर-दर भटक कर मजदूरी कर रहा है। पिछले वर्ष मोदी ने नोटबंदी कर किसानों को तबाह किया। इस वर्ष शिवराज ने किसानों की उपज की खरीदी बंद कर किसानों और व्यापारियों को बर्बाद कर दिया। व्यापारियों पर झूठे मुकदमे बनाए जा रहे हैं, किसान जो सरकार के निर्णय का विरोध करे उन्हें जेल मे बंद करने का काम शिवराज सरकार कर रही है। सांसद कांतिलाल भूरिया ने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी कहते थे अच्छे दिन आएंगे किसानों के खाते में पन्द्रह पन्द्रह लाख रुपये आएंगे, किसानो और व्यापारियों को बर्बाद करना ही क्या अच्छे दिन है। कार्यकम को संबोधित करते हुए कलावाती भूरिया ने कहा कि आज बडी संख्या मे किसान महिलाए यहां एकत्रित हुए जो अपना दर्द लेकर पहुंचे गरीब किसान बीमार है। इनको इलाज करवाने के लिए गरीब लोगों के पास पैसे नहीं है बीस किलो सोयाबीन की फसल लेकर पेटलावद मंडी भेजा रहा है? भाजपा के विधायक निष्क्रिय होकर घर मे बैठे है किसानों की समस्या सुनने के लिए सत्ता का कोई नेता किसान की सुध नहीं ले रहा है। कार्यकम को संबोधित करते हुए युवा नेता सांसद प्रतिनिधि डा विक्रांत भूरिया ने कहा कि मप्र को मुख्यमंत्री से ज्यादा झूठ बोलने वाला दूसरा कोई नही है। कांग्रेस शासनकाल में किसानों की उपज के दाम पहले से तय होते थे परतु भाजपा सरकार उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए रोज नए-नए नियम किसानों को बर्बाद करने के लिए निकाल दिए हैं।
अमेरिका में झूठ बोल रहे मुख्यमंत्री-
मुख्यमंत्री अमेरिका मे जाकर कहते है। हमारे मप्र में इतने शेर है की हमे रोज सामने मिलते है। मुख्यमंत्री कहते है अमेरिका की सडक़ों से तो हमारे म प्र की सडके अच्छी है मुख्यमंत्री जी उडनखटोले से उतरकर मप्र की सडक़ों को देख लिजीए मुख्यमंत्री सडक़ों के साथ किसानों की भी सुध ले लो जो आत्महत्या के लिए मजबूर है। कार्यकम को पूर्व विधायक वालसिह मेडा ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने किसानों के पचास-पचास हजार के कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। पैसा माफ होना तो दूर किसानों की फसल का दाम भी नहीं मिल पा रहा है। चन्द्रवीरसिह सांरगी ने कहा कि किसान का समस्या तत्काल हल कर अन्यथा किसानों के हित में आंदोलन निरंतर जारी रहेंगे। धरने को जिला पंचायत सदस्य मालू डामर, रूपसिंह डामर, कलावती गेहलोत, प्रदीपसिंह तारखेड़ी, हीरालाल डाबी, नरेन्द्रपालसिंह सलुनिया आदि ने संबोधित किया।
हाथों में तख्तियां लेकर किसान पहुंचे-
धरने में बडी संख्या मे किसान हाथों में तख्तियां लेकर पहुंचे जिसमें सरकार विरोधी नारे लिखे थे। वहीं किसान अपने बीमार बच्चों कोलेकर धरना स्थल पहुंचे। धरने में किसान फसल नहीं बेच पाने को कारण अपने बीमार बच्चों का इलाज नहीं करवा पा रहा है। बडी संख्या मे फसल नही बेच पाने को कारण इलाज नहीं करवा पाने को कारण किसान सरकार को कोसते रहे। वही किसान ने धरना स्थल पर उप लेकर सांसद भूरिया को अपना दर्द बयां किया।
एसडीएम को सौंपा झापन
कांग्रेस के धरना खत्म होने के बाद प्रशासन की ओर से एसडीएम हर्षल पंचोली को राज्यपाल के नाम झापन सौंपा। एसडीएम ने जल्द ही मंडी शुरू करवाने की बात कही। इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि राजेश कांसवा, सुनील राठौर, गोलु पंवार, फकीरचन्द्र माली, जगदीश भायल, पवन चौहान सहित बडी संख्या मे किसान और व्यापारी उपस्थित थे। कार्यकम का संचालन विकास जोशी ने किया आभार परिश्रितसिंह सिंह झकनावदा ने माना।

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