झाबुआ लाइव के लिए झकनावदा से जितेंद्र राठौड़ की रिपोर्ट-
जहां एक ओर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री सुशासन का दावा करते है वही दूसरी ओर उन्ही की पार्टी के लोग मुख्यमंत्री के सुशासन की धज्जियां उडाने में व्यस्त है। जी हां ताजा मामला पेटलावद जनपद की सबसे चर्चित पंचायत झकनावदा का है। दरसल मामला 2009 से लेकर 2015और 2016का हैै जिसमे भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष और आदिम जाति सेवा सह. संस्था झकनावदा में उपाध्यक्ष के पद पर काबिज भाजपा नेता मांगीलाल पडियार का है जिन्होंने फर्जी रूप से ग्राम पंचायत झकनावदा मे 1 मार्च 2009 से कपिलधारा कूपनिर्माण मे भूसा सोमला के कूप निर्माण मे मजदूरी करना बताया है। भाजपा नेताओं ने मजदूरों के हक पर डाका डालना यही बंद नही किया। उक्त भाजपा नेता ने मनरेगा सडक योजना और खेल मैदान मे भी अपने स्वयं और परिजनो के नाम के जॉबकार्ड से मस्टर भरवाकर बिना मजदूरी किए। झकनावदा बैक की शाखा से राशी निकाली।
झकनावदा के ग्रामीणो द्वारा उक्त सुदृढ़ सडक और खेल मैदान मे भष्टाचार की शिकायत जिला कलेक्टर एंव सीईओ जिला सीईओ से की थी जिस पर कलेक्टर ने एसडीएम पेटलावद के नेतृत्व मे तहसीलदार पेटलावद एसडीओ माही परियोजना सहित पांच सदस्य की टीम गठित की थी। जांच मे एसडीएम पेटलावद ने पाया था की झकनावदा के तत्कालीन सचिव द्वारा मनरेगा योजना मे भष्टाचार किया गया है, जिस पर कलेक्टर ने तत्कालीन सचिव को निलंबित करते हुए। एसडीएम पेटलावद को एफआईआर के आदेश दिये थे। भाजपा नेता पर एफआईआर दर्ज करने और फर्जी रूप से निकाली राशि की रिकवरी भी हो। झकनावदा के ग्रामीण प्रभुदयाल लछेटा , अनिल मिस्स्री ने कलेक्टर से मांग की है की भ्रष्ट सचिव और कथित भाजपा नेता जिन्होंने बिना मजदूरी किए राशि का आहरण किया है। ऐसे लोगो पर कार्यवाही की मांग की है! और कहां ऐसे कुछ लोग प्रदेश के मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने मे लगे है!
मेरे कार्यकाल का नही मामला’
मामला मेरे कार्यकाल का नही है। तत्कालीन सचिव के कार्यकाल का है मुझे इस मामले मे कोई जानकारी नहीं है।-भीमसिह कटारा सचिव ग्राम पंचायत झकनावदा