मनभावन गरबा देखने दूर-दराज से जुट रहे सैकड़ों मां के भक्त

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अलीराजपुर लाइव के लिए बड़ी खट्टाली से विजय मालवी की रिपोर्ट-
खट्टाली में गरबा महोत्सव पुरे शबाब पर है प्रतिदिन ग्राम के एक मात्र मंदिर मे मां अम्बे का आकर्षक श्रृंगार किया जा रहा है। रोज पूजा-अर्चना, महाप्रसादी के बाद गरबा शुरू होता है। मंदिरों में जहां देवी देवताओं के रूप धरकर युवा पारंपरिक गरबा नृत्य कर रहे हैं। वहीं गरबा मंडलों में सजे धजे परिधानों पर युवक युवतियां गुजराती गरबा गीतों पर डांडिया रास का आनंद ले रहे हैं। खट्टाली में प्रमुख गरबा पंडालो में विधुत रोशनी के साथ रात्री में अम्बे माता सार्वजनिक गरबा मंडल, चारभुजा गरबा मंडल तथा कई स्थानों पर गरबा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। देर रात तक चलने वाले गरबा नृत्य को लेकर क्षेत्र के युवक व युवतियों के अलावा बुजुर्ग भी नाचने से अपने आपको रोक नहीं पाते। अम्बे माता मंदिर प्रांगण में गरबा नृत्य देखने के लिए लोगों की ग्रामीण अंचलों से भीड़ उमड़ रही है।
बालाजी मंदिर सत्संग हाल में किया जा रहा है महायज्ञ-
प्रात: 6 बजे से श्री बालाजी सत्संग हॉल में प्रज्ञा मंडल खट्टाली द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी प्रात: गायत्री महायज्ञ एवं सायंकाल दिप यज्ञ भी आयोजित की जा रहा हैं। जिसमे बड़ी संख्या में ग्राम के श्रद्धालु उत्साह से महायज्ञ का लाभ ले रहे है। यज्ञ प्रात: 6 बजे प्रारंभ हो जाता है। जिसमे सबेरे से ही श्रद्धालु बड़ी तादाद में उपस्थित हो रहे है। आज प्रात: यज्ञ की महापूर्णवती एवं सामूहिक महाआरती का आयोजन किया गया। वही सायंकाल कन्याभोज का आयोजन किया जाएगा। यज्ञ का संचालन व माताजी मंदिर पर सप्तश्रृंगी का पाठ पंडित प्रमोद शर्मा द्वारा किया जा रहा है।
गुजराती गरबो ने मचाई धूम-
ग्राम के मध्य सार्वजनिक गरबा मंडल व चारभुजा गरबा मंडल में आयोजित नवरात्रि महोत्सव सातवे दिन गरबा प्रेमियों की गरबा रास करने के लिए ऐसी भीड़ उमड़ी की पंडाल छोटा पड़ गया। युवक हो या युवतियां महिलाए हो या बच्चे सभी गरबा रास के लिए इस तरह खेले की देखने वाले मंत्रमुंक्ध हो गए। डीजे की धुन पर गरबा प्रेमी ने जमकर गुजराती रास किया। झिलमिलाती व रंगीन लाइट से सजाया गया। पूरे कार्यकम की व्यवस्था सार्वजनिक नवयुवक मंडल ने संभाल रखी थीं।
गरबा मंडल द्वारा की गई आकर्षक विधुत सजा-
मंदिर को झालरों से सजाया गया है। मंदिर परिसर पूरी तरह रोशनी से चकाचौंध है तथा मंदिर परिसर को गुब्बारों तथा आकर्षक विधुत झालरों से मां का दरबार सजाया गया जो हर किसी भक्त को अपनी और आकर्षित कर रहा है। जिसमे कई युवाओ का रहा सहयोग दीपक सेन, मुकेश राठौड़, घोटू राठौड़, मनीष राठौड़, मिथुन प्रजापत, विशाल चौहान, भगवानदास प्रजापत, प्रमोद,अश्विन राठौड़, तरुण प्रजापत, संजयनाथ, संजय राठौड़ आदि का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।

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