रेल में सफर करते हैं तो इन 11 चीजों को जरूर याद कर लीजिए, नहीं तो आपको परेशानी हो सकती है

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झाबुआ लाइव के लिए अब्दुल वली पठान की रिपोर्ट-
भारतीय रेलवे हमारे जीवन का अब एक अहम हिस्सा बन चुका है। हम अपनी इस भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में ज्यादातर सफर में ही रहते हैं और इस सफर को आसान बनाने के लिए भारतीय रेल हमारी काफी मदद करती है। वैसे भारतीय रेल के अपने कायदे कानून होते हैं और जिनमें से जरूरी नियम लगभग सभी जानते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी नियम होते हैं जो आम जनता की समझ और जानकारी से बाहर होते है। आज हम आपको कुछ ऐसे नियम बताते हैं जो ट्रेन से जुड़े हैं लेकिन आप शायद इनकी जानकारी न रखते हो। अब आप सोचिये कि ट्रेन की पहचान खासतौर पर उसके सीटी बजाने को लेकर होती है लेकिन इस हॉर्न के भी कई मायने होते हैं। दरअसल रेलगाड़ी कई तरीके से हॉर्न का प्रयोग करता है और हर प्रकार का अपना एक खास मतलब होता है। अगर आप भी ट्रेन से सफर में करते हैं तो आपके लिए ये सभी संकेत बहुत जरूरी है, जिसे जानिए आप भी-
रेलगाड़ी की किस सीटी का क्या मतलब होता- एक सीटी
आपको बता दें कि अगर आप रेलवे स्टेशन पर खड़े हैं और किसी ट्रेन से एक धीमी सीटी की आवाज आती है तो आप समझ जाइये कि ट्रेन का केयरटेकर यानि मोटरमैन रेलगाड़ी को वाशिंग लाइन पर ले जाकर साफ सुथरा करके उसे अगली यात्रा के लिए तैयार करने के लिए ले जा रहा है।
दो सीटी-
अगर ट्रेन से दो बार सीटी बजने की आवाज आती है तो इसका मतलब है कि रेलगाड़ी की सफाई हो चुकी है और अगली यात्रा के लिए तैयार है और अब वो ट्रेन को स्टेशन पर लाने के लिए ड्राइवर से हरी झंडी यानि सिग्नल मांग रहा है।
तीन सीटी-
रेलगाड़ी से अगर तीन सीटी की आवाज आये तो समझ लीजिए कि रेल पर से मोटरमैन ने अपना कंट्रोल खो दिया है। इसके बाद गाड़ी को रोकने के लिए गार्ड किसी भी तरह ब्रेक लगाकर उसे रोकने की कोशिश करता है। वैसे तीन बार सीटी बजाने का वक्त बहुत कम ही आता है।
चार सीटी-
ट्रेन में कुछ टेक्निकल प्रॉब्लम आ जाये तो चार बार सीटी बजायी जाती है जिसके बाद टेक्निकल टीम की देखरेख में ट्रेन को यार्ड या स्टॉप पर ही छोड़ दिया जाता है।
पांच सीटी-
जब एक सीटी देर तक और एक धीमी आवाज में बजाई जाती है तो इसका मतलब ये है कि रेलगाड़ी अभी अगली यात्रा के लिए तैयार नही है और रेल का ब्रेक पाइप सिस्टम सेट किया जा रहा है और इसके बाद ही ट्रेन को जर्नी के लिए फिट माना जाएगा।
दो बाद तेज और दो बार धीमी आवाज-
इस तरह की सीटी से मोटरमैन गार्ड को संकेत देता है कि रेलगाड़ी पूरी तरह से तैयार है और अब वो आकर इसका कंट्रोल अपने हाथ में ले।
लगातार सीटी बजाना-
जब गाड़ी का ड्राईवर लगातार सीटी बजाता रहे तो इसका मतलब ये होता है कि अब गाड़ी कई स्टेशनों पर रुके बिना पार कर जाएगी और अब यात्री आराम से अपनी सीट पर यात्रा का आनंद ले।
दो बार धीमी फिर तेज आवाज में सीटी-
जब कोई पैसेंजर चेन खींचकर रेल रोक दे या फिर किसी खास वजह से ट्रेन का वैक्यूम ब्रेक लगाया गया हो तो इस तरह की सीटी बजायी जाती है।
दो बार रुक-रुक कर सीटी बजाना-
आपको बता दें कि जब ट्रेन रेलवे क्रॉसिंग से गुजरती है तो रेलवे ट्रैक के आसपास खड़े यात्री सावधान करने के लिए इस तरह की सीटी का इस्तेमाल होता है।
दो बार तेज आवाज फिर धीमी आवाज में सीटी-
इस तरह की सीटी बजने का मतलब होता है कि गाड़ी ट्रैक यानि पटरी बदलकर दूसरे ट्रैक पर जा रही है।
रुक-रुक कर 6 बार सीटी-
अगर आप ट्रेन में हैं और 6 बार रुक-रुक कर सीटी बजे तो समझ लीजिए कि कोई खतरे घंटी है ऐसी सीटी का मतलब होता है कि एलर्ट रहिए क्योंकि ट्रेन खतरनाक कंडीशन में है और उसे तत्काल सहायता की जरूरत है, तो हैं न मजेदार, अब आगे से आप जब भी कभी ट्रेन में सफर करें तो सीटी की इन आवाजों से आप आसानी से समझ जाएंगे कि किस सीटी का क्या मतलब है।

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