छात्रावास की समस्याओं को लेकर छात्र-छात्राओं ने सौंपा ज्ञापन

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
जिनके लिए छात्रावास बना था उन्हीं बालिकाओं को शासन प्रशासन ने उनके छात्रावास से ही निकाल दिया और अब दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर कर दिया जिस पर छात्राओं ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंप कर आंदोलन की चेतावनी दी है प्रशासन को चार दिन का समय दिया है हमार छात्रावास खाली कर दो अन्यथा कॉलेज बंद कर देंगे।
क्या है मामला
60 लाख रूपए की लागत से यूजीसी मद से महाविद्यालय में पढऩे वाली बालिकाओं के लिए एक छात्रावास का निर्माण किया गया जो की लंबे अरसे तक चालू नहीं हुआ ग्रामीण बालिकाओं ने संघर्ष कर छात्रावास पिछले सत्र में चालू करवाया। महाविद्यालय के पास छात्रावास संचालन के लिए फंड नहीं होने से आदिवासी विकास विभाग को छात्रावास का संचालन सौंपा गया जिसमें कॉलेज की छात्राओं के साथ कबा 10वीं से 12वीं तक की छात्राएं भी रह रही थी किंतु इस वर्ष महाविद्यालय की 11 छात्राओं को छात्रावास से निकाल दिया गया और उन्हें कहा गया की आपकों झाबुआ छात्रावास में सीट दी गई है यहां आप नहीं रह सकते है। छात्राओं का कहना है कि पेटलावद में पढ़ाई करें और रहने के लिए झाबुआ जाए यह कैसे संभव है? छात्राओं और कॉलेज के अन्य विद्यार्थियों में आक्रोश है कि आखिर प्रशासन जिनके लिए छात्रावास बना है उन्हें ही छात्रावास से निकाल रहा है आखिर छात्राओं की क्या गलती है। इसके लिए ज्ञापन देते हुए छात्राओं ने मांग की है कि आदिवासी विकास विभाग यहां से अपना छात्रावास हटाए। इस भवन में केवल अब कॉलेज की छात्राएं ही रहेगी तथा सारा काम अपने हाथ से करेगी और भोजन भी स्वयं बनाएगी। छात्राओं का कहना है कि यदि 4 दिन में प्रशासन कोई निर्णय नहीं लेता है तो हमारे द्वारा कॉलेज बंद कर धरना आंदोलन किया जाएगा क्योंकि शासन प्रशासन की नीयत खराब हो चुकी है। महाविद्यालय के यूजीसी मद से बने छात्रावास पर कब्जा करना चाहते है जो कि हम नहीं होने देंगे। छात्राओं ने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि नया सत्र प्रारंभ हो रहा है ग्रामीण क्षेत्रों से अन्य छात्राएं आ रही है उनके सामने भी परेशानी आ रही है इसके लिए प्रशासन को छात्राओं के हित में निर्णय लेना चाहिए। इस दौरान रेखा मेड़ा,रेश्मा डाबी, सुनीता झोडिय़ा, रेशम झोडिय़ा, दिव्या,दामिनी प्रियंका, सीमा, कृष्णा आदि छात्राएं उपस्थित थी। इसके साथ ही कॉलेज के सांसद प्रतिनिधि आशीष मुथा,कांग्रेस ब्लाक अध्यब मन्नालाल हामड़, छात्र नेता हरि भी उपस्थित थे। कॉलेज के सांसद प्रतिनिधि आशीष मूथा का कहना है कि महाविद्यालय की छात्राएं महाविद्यालय के कन्या छात्रावास में ही रहेगी किसी भी छात्रा को छात्रावास छोडऩे की जरूरत नहीं है। नवीन प्रवेश लेनी वाली छात्राओं को भी प्रवेश दिलाया जाएगा. शासन के इस मनमाने आदेश का विरोध किया जाएगा यदि नहीं माने तो धरना प्रदर्शन और चक्काजाम भी किया जाएगा।

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