झाबुआ लाइव के लिए पिटोल से भूपेंद्र नायक की रिपोर्ट-
पिटोल में शुक्रवार करीब रात्रि में स्थानीय विदेशी शराब दुकान पर गोलीबारी की घटना हुई जिससे आसपास रहने वाले लोगो में अफरा-तफरी मच गई। लोगों को शंका हुई कि लूट घटना हुई है। लेकिन यहां माजरा ही कुछ अलग था यह गोलीबारी शराब माफियाओं की आपसी दुश्मनी को लेकर हुई थी। मामले में राणापुर का शराब माफिया अपने तीन गुर्गो के साथ यहां के सेल्समैन पर गोली चलाई जिसमे सेल्समैन बच गया। अपने क्षेत्र में शराब खपाने को लेकर गोलीबारी का मामला हुआ। राणापुर के शराब माफिया के गुर्गे गोली चला रहे थे तब वह पिटोल के मैनेजर एवं सेल्समैन को यह गालिया देते हुए कह रहे थे कि तुम सेठ और तुम लोग हमारे क्षेत्र में शराब सप्लाई कर रहे हो इसलिए हम तुम पर सभी लोगों को जान से मार देंगे यह कहते हुए गोली चलाई ओर दोनो शराब माफियाओ के लोगो के आपस मे भीड़ जाने से वहां भगदड़ मच गई। जनता ने दिखाई हिम्मत –
जब राणापुर शराब माफिया के गुर्गे गोली चलाकर भागने की कोशिश कर रहे थे तब विदेशी शराब की दुकान के आसपास रहने वाले लोगों ने हिम्मत जुटा कर बन्दूक चलाने बाले रणबीर को 12बोर बंदूक के साथ पकड़ लिया। इसी अफरा तफरी में शराब माफिया और उसके 2 गुर्गे अपने बोलेरो वाहन से भागने जाने में कामयाब रहे। शराब तस्करी को लेकर हुआ विवाद
जहां शराब माफियाओं द्वारा महंगी शराब को खपाने के लिए अपने अपने क्षेत्र बांट रखे है वही अब अदिवासी समाज की शादियों का सीजन खत्म होने से शराब की बिक्री कम हो जाने से अब गुजरात एवं ग्रामीण क्षेत्रों मेंं अवैध शराब का परिवहन कर रहे है। राणापुर कस शराब माफिया पिटोल क्षेत्र में रेट कम करके शराब तस्करी कर रहा है वही पिटोल की शराब दुकान स्थानीय छोटे व्यापारी को महंगा एवं गुजरात दोनों ही जगह शराब माफिया तस्करी करने के लिए सस्ते रेट पर शराब सप्लाई कर रहे है। वैसे तो पूरे अलग के होने के बावजूद भी सभी ठेकेदारों ने मिलकर सेंडिकेट होकर अपना व्यवसाय करते है। परन्तु राणापुर क्षेत्र के ठेकेदार द्वारा सिंडिकेट नहीं होना यह भी विवाद की एक वजह है। पुलिस पहुंची घटनास्थल-
पुलिस चौकी मात्र 200 मीटर की दूरी पर स्थित है विदेशी शराब की दुकान पर जमकर विवाद हुआ तब पुलिस भी मौके पर पहुंची एवं स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कुन्दनपुर एवं पुलिस हाइवे पेट्रोलिंग टीम तथा झाबुआ से भी फोर्स को बुलाया गया। राणापुर के शराब माफियाओं का पीछा किया परन्तु वे हाथ नहीं लगे एवं जिसको जनता ने पकड़ा था उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया। झाबुआ से एफसीएल टीम के सदस्य डॉ. आरएस मुजान्दा, एफसीएल के वैज्ञानिक ने आरोपी के फिंगर प्रिंट लिए एवं घटना के लिए साक्ष्य जुटाए। इसमें डॉ. मुजान्दा के साथ दिनेश राठी सहायक के रूप में साथ में थे। इस प्रकरण मेें अपराध की धारा 307 का अपराध दर्ज किया। मौके पर एसडीओपी परिहार रात्रि 12 बजे तक पुलिस बल के सथ जुटे रहे। पिटोल चौकी प्रभारी नवीन पाठक की तत्परता से स्थिति पर काबू पाया।