माफिया कर रहे बेखौफ रेत खनन, ओवरलोड वाहनों से बढ़ी परेशानी

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अलीराजपुर लाइव के लिए नानपुर से जितेंद्र वाणी (राज) की रिपोर्ट-
अलीराजपुर लाइव के लिए नानपुर से जितेंद्र वाणी (राज) की रिपोर्ट-
प्रशासन लाख रेत के अवैध उत्खनन रोकने के दावे करे, उनके परिवहन के लिए जिलेभर में चेक पोस्ट लगवा ले, लेकिन जिम्मेदार अमले की सेटिंग के बाद यह सब कुछ जिले में जारी है। जी, हां हम बात कर रहे अलीराजपुर जिले की नानपुर ग्राम पंचायत की जहां पर जिले में कई स्थानों पर रेत का अवैध खनन होने के साथ परिवहन भी बेधडक़ हो रहा है जिसके रोकने के लिए जिम्मेदार अमला है वह भी न जाने कौन सी सद्भावना के चलते कान में तेल डाले सो रहा है। इसी के साथ रेत के अवैध खनन के लिए मप्र प्रशासन ने कई प्रयास किए, रुल्स बनाए लेकिन जिले में इससे कोई लेना-देना नहीं है। एक ओर तो अलीराजपुर के कलेक्टर के आदेश से चेक पोस्ट मात्र दिखवा के लिए लगा दिए। जब इसकी तहकीकात की गई तो पता चला कि नानपुर, खट्टाली, आजादनगर खनिज विभाग द्वारा सिर्फ बोर्ड लगाए गए हैं वहां पर कोई कर्मचारी चेक पोस्ट पर नहीं बैठता है। दिखावे मात्र के लिए थानों के सामने लगाए गए इन चेक पोस्ट न तो किसी ने कार्रवाई के नाम चेकिंग के लिए कोई वाहन रोका और न ही कार्रवाई की। तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि रेत उत्खनन के लिए जिम्मेदार खनिज और पुलिस विभाग कलेक्टर के आदेशों को लेकर इतना संजीदा है? अब हम बात करे पुलिस और खनिज विभाग की तो जब इनसे पूछा गया कि इन चेक पोस्ट पर कोई कर्मचारी नहीं बैठता और आज तक क्या कार्रवाई हुई। तो पुलिस विभाग का यह जवाब है कि यह काम खनिज विभाग का है और खनिज विभाग से जानकारी चाही गई तो वह पुलिस विभाग की कार्रवाई बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। इसके विपरीत यहां से ओवरलोड ट्रक भरकर प्रतिदिन निकलते देखे जा सकते हैं। कार्रवाई न होने से रेत माफिया जमकर चांदी काट रहे हैं और इन पर कार्रवाई न होना जिम्मेदार अमले पर सवालिया निशान लगा रहा है। एक तो अवैध रेत खनन और उसके बाद ओवरलोड वाहनों से सडक़ों की हालत भी जर्जर होती जा रही है।
बेधडक़ हो रहा रेत उत्खनन
रेत खनन बेधडक़ हो रहा है वह भी बेखौफ नदियों को चीर रहे माफियाओं पर प्रशासन मेहरबान है। इसके बाद ओवरलोड वाहन जब जिले की सडक़ों से रेत भरकर गुजरते हैं तो सडक़े भी जर्जर हो जाती है। सडक़ों पर गड्ढे हो जाने से अभी तक कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। लेकिन जिम्मेदारों को इन सबसे कोई लेना-देना नहीं है लेकिन लेना-देना है तो सिर्फ अवैध कारोबियों से। इस बारे में टोल टैक्स कर्मचारी द्वारा बताया गया है कि प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना पर टोल टैक्स बचाने के चक्कर में 8 टन से अधिक वाहनों का आना जाना प्रतिबंधित है उसके बाद भी प्रधानमंत्री सडक़ पर 40 टन से अधिकतम के ओवरलोड वाहन निकलते देखे जा सकते हैं।
ओवरलोड वाहनों की भरमार
नानपुर थाने के अंतर्गत रेत से भरे ओवरलोड ट्रक निकलना अब आम बात हो चुकी है। वही जीपे भी ओवरलोड सवारियां से लोड होकर थाने के सामने से निकल रही है, इन ओवरलोड जीप कई बार दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी है जिसमें कई घायल होने के साथ-साथ यात्री दुर्घटना में मारे जा चुके हैं। लेकिन पुलिस को इन सबसे कोई लेना-देना नहीं है।

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