आस्थाओं के साथ फुटतालाब का धार्मिक महोत्सव संपन्न, 9 दिनों में 50 हजार लोगों ने धार्मिक उत्सव में की शिरकत

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झाबुआ लाइव के लिए मेघनगर से भूपेंद्र बरमंडिया की रिपोर्ट-
हजारों पदचिन्हों का एक साथ सिर्फ अस्थाओं कें लिएं एकत्रित होना प्रदेश के सबसें बड़े आयोजन फुटतालाब के श्रीहनुमान जयंती महोत्सव कें लिए सफलता का चरमोत्कर्ष था। हजारों लोगो की हजारों पलकों ने जब प्रदेश की प्रसिद्ध तपोभूमि वनेश्वर मारुति नंदन हनुमान मंदिर पर अपनी आस्थाओं कें दीपक जलाएं तो भारत के हृदय में बसा मध्यप्रदेश धर्म की लो से जगमग हो उठा। गणेश, मां अंबे, मां सरस्वती और मां महालक्ष्मी की प्राण प्रतिष्ठा के 8वें प्राणप्रतिष्ठा समारोह और श्रीराम भक्त हनुमान जयंती महोत्सव में आस्था की गूंज, कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई। नि:शुल्क वाहनों के साथ साथ हजारों चार पहिया वाहनों ने इस बात को प्रमाणित किया की, प्रदेश के अपने सबसे प्रिय और निस्वार्थ समाजसेवी सुरेशचन्द्र जैन से वो कितना स्नेह करते है। फुटतालाब हर क्षण, हजारों आस्थाओं और अनुशासन सें जगमग दिखाई दिया। जैन के लिए लगातार प्रतिदिन हजारों तालियों का प्रदेश के लगभग हर जिले में बजना प्रदेश के आयोजन की प्रसिद्धि को इस बार प्रदेश के बाहर तक ले गया। प्रख्यात भजन गायक अनूप जलोटा और भारत की सर्वश्रेष्ठ गायिका ऋचा शर्मा के आने ने फुटतालाब के मंच कों भारत की धार्मिक संस्कृति को शीर्ष पर स्थाई रूप से स्थापित कर दिया। जैन जब मंच पर आये तो उन्होने प्रदेश के आयोजन में उमड़ी हजारों आस्थाओं का अभिवादन कर यही कहा की फुटतालाब पर पूरे प्रदेश का धर्म के लिएं एक साथ प्रज्ज्वलन मेरे और मेरे भाई रिंकू जैन के लिए कभी न भूलने वाला पल है। इस धार्मिक महोत्सव में प्रतिदिन बड़ी संख्या में साधू संत पहुंचते रहे। आखिरी दिन संतों के मिनी कुंभ के आयोजन में पहुंचे संतों ने फुटतालाब में मिनी सिंहस्थ से दृश्यों रच दिए। जैन और उनके परिवार ने सभी संतों का अभिनंदन किया।श्रीराम कथा में साध्वी ऋतु पांडे ने श्रीराम के जीवन के प्रसंगों को मनुष्य जीवन का सकारात्मक आईना बताया। उन्हे फुटतालाब से भावभीनी विदाई दी गई।
जैन ने दिया बेटियों बचाओ का भावुक संदेश
आयोजन के अतिम दिन जैन की सुपुत्रिया पूर्वा, बिन्नी, अंतिमबाला जैन, जूही जैन ने अपने पिता के सम्मान में बोलकर उपस्थित हजारों लोगो के आंसूओं को आंखों से बहने के लिए विवश कर दिया। इन संस्कारी सुपुत्रियों ने जैन और अपनी मां सीमा जैन को दुनिया के महान माता पिता की उपमा दी। सुपुत्रियों ने कहा की आज जब लोग लड़कियों कें जन्म लेने को अच्छा नहीं मानते तो दुख होता है, लड़कियां अपने माता पिता के लिए लडक़ों से ज्यादा समर्पित होती हैं, इसलिए लड़कियों के जन्म पर उत्सव मनाएं।
पप्पू भैया मित्र मंडल ने किया सम्मान
आयोजन में जहा जैन ने लाइट, साउंड वालों के और भोजन व्यवस्था के लिए ग्राम पंचायत फुटतालाब के सरपंच बहादुर भाई का सम्मान किया। वही पप्पू भैया फैंस क्लब और पप्पू भैया मित्र मंडल के वरिष्ठ सदस्य आनंदीलाल पाडियार, हरीराम गिरधानी, विकास बाफना, दिनेश बैरागी, सुभाष गेहलोत, देवेंद्र जैन, लाला भटेवरा, प्रिंस जैन, अनिल पांचाल, दीपेश संघवी, सचिन कटारिया ने प्रदेश के बड़े समाजसेवी जैन, उनके भाई रिंकू जैन और जैन के सुपुत्र जैकी जैन का सम्मान सांफा और 51 किलो की माला पहनाकर किया। जैन और परिवार ने सभी का आभार माना। सुरेश जैन, रिंकू जैन और पूरे परिवार के साथ हनुमान जयंती महोत्सव समिति के सभी सदस्यों ने विशेष रूप से पूरे आयोजन में पहुंचे 50 हजार लोगो के साथ प्रदेश के संत श्रीराम दास त्यागी और मंदिर के महंत मुकेशदास महाराज का भी आभार माना। कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी विदयाराम शर्मा, अमरसिंह नायक का भी सम्मान किया गया। इस अवसर पर जैन ने पंडाल में श्रेष्ठ सुरक्षा व्यवस्था देने के लिए पुलिस प्रशासन, खाना बनाने वाली टीम, प्रेमलता भट्ट, जिले के सभी सरपंच-पंच, नगर परिषद अध्यक्ष, पार्षद, नगरपालिका अध्यक्ष, जिला प्रशासन के सभी सम्मानीय अधिकारियों, कर्मचारियों और सभी सहयोगियों का आभार माना।
रात 3 बजे तक रसिक श्रोता डटे रहे
प्रदेश का श्रेष्ठ कवि सम्मेलन सुननें के लिए रात 3 बजे तक बैठे रहे हजारों लोग
वनेश्वर मारूति नंदन कुटिर हनुमान मंदिर समिति फुटतालाब पर गुरूवार की रात कविता के नाम पर यादगार साबित हुई। अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन में देष के ख्याति प्राप्त कवियों को सुनने थांदला, झाबुआ, पेटलावद, राणापुर, दाहोद, बांसवाडा, कुशलगढ़, अलीराजपुर, कुक्षी, राजगढ़, काकनवानी, रंभापुर, मदरानी आदि स्थानो से हजारो रसिक श्रोता जमा हुए। कवि सम्मेलन के आगाज उदयपुर से पधारी डॉ. भुवन मोहिनी ने शारदे वंदना से किया। आपने अपने गीत गजलो व मुक्त को से युवाओ पर अमित छाप छोडी। भुवन मोहिनी के गीत आजा ले चलु तुझे नदियो के पार तो कविता प्रेमियों का अपार प्यार मिला। जबलपुर से आए व्यंगकार आशुतोष असर ने ओपनिंग करते हुए पुलिस व राजनैतिक व्यवस्था पर पेरोडी में व्यंग्य कसे। असर ने जहां जन्म लेने को डुबी कर्ज हर किलकारी वो भारत भूमि हमारी, पैरोडी से अपनी बात रखी। युवा गीतकार पुष्पक जोशी बडऩगर ने अपने कोकिल कंठो से गीत जब मुझे छोड कर तुम चले जाओगे, बहुत याद आओगे पढा, आपने मां की वंदना गीत मैं हार गया तु मुझसे जीत गई सुनने को आवाज तेरी सदियों बीत गई पर युवाओं की दाद बटोरी।

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