धर्मरक्षक समिति के आयोजन में धर्मावलंबियों ने लिया धर्म परिवर्तन बंद कराने का संकल्प

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झाबुआ लाइव के लिए पारा से राज सरतलिया की रिपोर्ट-
धर्म रक्षक सेवा समिति द्वारा झाबुआ जन जागरण पदयात्रा मां माही से अनास तक 12 दिन की सफल आयोजन महामंडलेश्वर 1008 स्वामी प्रणवानंद सरस्वती वृंदावन धाम द्वारा जन जागरण को लेकर पूरे जिले में स्वच्छ भारत नैतिक भारत का संदेश जन-जन तक पहुंचाने का काम किया सभी कार्यकर्ताओं के सहयोग से सफल आयोजन होने पर माही किनारे सिंघेश्वर धाम पर मिलन समारोह आगामी कार्यक्रम के लिए को जिला स्तरीय बैठक रखी गई जिसमे पूरे पूरे पदयात्रा क्षेत्र के सभी कार्यकर्ता 200 संख्या में उपस्थित रहे। कार्यकर्ताओं ने पद यात्रा का अनुभव सुनाया आमरसिंह कटारा ने कहा कि मुझे इस यात्रा से आपसी प्रेम भाव व नैतिकता का गुण सीखने को मिला। वही विजेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि हमें लग रहा था कि हम इस आयोजन का इतना बड़ा विशाल रूप देखने को मिलेगा गुरुदेव के आशीर्वाद से अच्छे काम में सभी के सहयोग से विशाल रूप बना। अमर सिंह गामड़ ने बताया कि हम सभी मनु की संतान है धर्म के लिए हम सब एकजुट होकर लड़ेंगे और रामायण की गाथा सुनाई गई। अजमेर सिंह भूरिया ने बताया कि आदिवासियों का इतिहास बहुत पुराना है और आदि अनादि काल से सनातन धर्म की परंपराएं मानते आ रहे है और हमारे जो समाज की छोटी कुरीतिया जो समाज को विकास की ओर बढ़ाने में नुकसानदायक है उसे हम सब मिलकर दूर करना चाहते है। दहेज, दारू, अंधविश्वास आदि पंकज जोशी ने बताया कि आज जनजाति में जो गांव में धर्म परिवर्तन किया जा रहा है उसे सभी सनातन धर्म का नुकसान है और हम सब मिलकर जैसे राम भगवान नगर के थे और हनुमान वनो के थे दोनों मिलकर राक्षसों का नाश किया गया। उसी प्रकार अपने धर्म में जो परिवर्तन करा रहे हैं उसे हम सब मिलकर रोकेंगे। केहर सिंह मीणा ने बताया कि हमारा समाज की आर्थिक स्थिति को बहुत मजबूत करना है और गांव में आपसी प्रेम भाव की ज्योति जगाना है और धर्म के हित में काम करना है कैलाश जी मालीवाल ने बताया कि जहां हिंदू घटा तो देश बटा और जैसे उदहारण में कहा किस राज्य में वनवासियों को ईसाई बना दिया गया जैसे नागालैंड, केरल, मिजोरम का उदाहरण बताया अभी भी समय है जागने का और अंधविश्वास से बचने का धर्म रक्षक संयोजक वाल सिंह मसानिया बताया कि धर्म रक्षा गैर राजनीतिक एक जन अभियान है जिसमें सभी जीव जंतु पशु पक्षी मानव जाति सभी की रक्षा करना हमारा धर्म है प्रेम जगाना जैसे खुद के लिए काम करना कर्म है सार्वजनिक हित में काम करना धर्म है बताया गया है पदयात्रा में गुरुदेव द्वारा झाबुआ जिले की वनवासी बंधुओं के प्रेम जो उन्हें खींच कर इस झाबुआ धरती पर लाते है।

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