दूषित जल से पशुओं-खेतों में हो रहा नुकसान

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तालाब में कुछ इस तरह मिलता दूषित पानी
तालाब में कुछ इस तरह मिलता दूषित पानी
- फैक्ट्री का मुख्य द्वार
– फैक्ट्री का मुख्य द्वार
 फैक्ट्री के पाईप से निकलता दूषित पानी
फैक्ट्री के पाईप से निकलता दूषित पानी

झाबुआ लाइव के लिए बामनिया से लोकेन्द्र चाणोदिया की रिपोर्ट-
कहते है किसी क्षेत्र के विकास के लिए उद्योग उसकी रीढ़ हुआ करते है। कुछ इसी मंशा से झाबुआ जिले के पेटलावद ब्लाक के बामनिया क्षेत्र के एक बंद पड़ी एवरेस्ट फैक्ट्री की जगह को नए सिरे से श्री उत्तम फुड प्रोडक्शन कंपनी ने लिज पर लिया जिससे लग रहा था कि क्षेत्र के बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा, किंतु ऐसा कुछ बड़ी मात्रा में नहीं हुआ, लेकिन फूड कंपनी के पास दो तालाब जो कि बामनिया क्षेत्र की जल आपूर्ति का मुख्य स्त्रोत है। उस जल को दूषित करने का पूरा प्रयास संबंधित कंपनी द्वारा किया जा रहा है, जब यह सूचना हमें मिली तो हमने भी मोके पर पहुंचकर जो देखा और जाना उससे तो यह स्पष्ट लग रहा था कि कंपनी का दूषित जल जो कि साफ कर बाहर छोड़ा जाना चाहिए। कहने को तो इटीपी मशीन कंपनी द्वारा लगाई गई है, किंतु वह भी कार्य नहीं कर रही है। जिसके चलते दूषित पानी बिना साफ करे ही तालाब के स्वच्छ जल में छोड़ा जा रहा है। इस ओर संबंधित विभाग का भी कोई ध्यान नहीं। साथ ही स्थानीय निकाय का भी ध्यान नहीं। जब पूरे मामले को लेकर हमारे प्रतिनिधि ने कंपनी के किसी इंचार्ज से संपर्क करना चाहा तो संबंधित कंपनी का कोई भी जवाबदार जवाब देने उपस्थित नहीं हुआ। समय रहते अगर इस पानी को नहीं रोका गया तो कइ प्रकार की बीमारियां फैलने का डर बना हुआ है।
बोले संबंधित –
मैं पटवारी व तहसीलदार को भेज कर मामले को दिखवाता हूं, कोई भी फैक्ट्री इस प्रकार से दूषित जल तालाब में नहीं छोड़ सकती। साथ ही मैं उद्योग विभाग से भी चर्चा करता हूं।
– सीएस सोलंकी, एसडीएम पेटलावद
-फैक्ट्री संचालक अगर दूषित पानी तालाब में छोड़ रहा है, मैं उस पर कार्रवाई करवाता हूं।
– अशोक बिसेन, प्रभारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, इंदौर

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