जातिवाद से निकलकर समग्र हिंदू एक हो तभी विकास संभव : प्रणवानंद

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
समग्र हिंदूत्व के लिए हमें एक होना होगा, जातिवाद के बंधन से निकल कर एकता के सूत्र में बंधना होगा जब तक हम एक नहीं होंगे तब तक समग्र हिंदुत्व का सपना ही नहीं देख सकते है। हमारे बीच आपस में भेद नहीं हङ्क्षना चाहिए. हम में सब कुछ समानता है तो राष्ट्रीयता भी एक होना चाहिए और हिंदूत्व घटेगा तो भारत भी घटेगा। आज कल मिजोरम, नागालैंड आदि हिस्सों में देखा जा रहा है हिंदुत्व घट रहा है। हमें एक होकर जागृत होना होगा।हमारी इस पद यात्रा का मकसद भी यहीं है कि जन जागरण करना है। हम यहां जगाने आए है। आपको जागना होगा और एकता के सूत्र में बंध कर समग्र हिंदुत्व की बात करना होगी। उक्त विचार 1008 महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी प्रणवानंद सरस्वती ने व्यक्त किए। वे यहां मां माही से मां अनास नदी तक झाबुआ जन जागरण पद यात्रा लेकर पधारे। 1 जनवरी से प्रारंभ हुई पदयात्रा तीसरे दिन पेटलावद में 24 किमी का सफर तय कर पहुंची थी। 11 जनवरी को यात्रा मां अनास नदी पर पहुंचेगी और 12 जनवरी को झाबुआ में एक विशाल धर्म सभा का आयोजन भी किया गया है। इस यात्रा का मकसद जनजागरण और अपने ही धर्म को अपनाना तथा धर्मांतरण पर रोक लगाना है। इस अवसर पर विधायक निर्मला भूरिया, मुकुट चौहान, मथुरी निनामा, मूलचंद्र निनामा सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने भी स्वागत किया। स्वामी ने कहा कि संपूर्ण धर्मो का उद्म ऊं है। सभी धर्मो के मूल में ओम ही है, हम ओम कहते है और दूसरे आमीन कहते है ओम का जो अर्थ है वह आमीन का ही अर्थ है। यानी जीवन में संघर्ष को स्वीकार करते हुए आगे बढऩा और सफलता प्राप्त करना यह हमें ओम सिखाता है। ओम का उच्चारण करने से विघ्न बाधाएं दूर होती है।
भारत में नैतिकता है-
स्वामी जी ने आगे कहा की हमें समृद्ध और स्वच्छ भारत ही नहीं बल्कि इनके साथ नैतिक भारत की भी कल्पना करना होगी। क्योंकि विदेशों में हम देखते है कि लोगों में मानसिक बीमारियां बढ़ रही है, जब की भारत में मानसिक बीमारियां कम है, जिसका मुख्य कारण है भारत में आज भी नैतिकता जीवित है जबकी विदेशों में नैतिकता नहीं है। भारत में नैतिकता होने का महत्वपूर्ण कारण धर्म है, हमें इस धर्म को जीवित रखना है तभी हम सनातन धर्म को जीवित रख सकेंगे। धर्म केवल पूजा पाठ करना नहीं है धर्म एक सोच है, एक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति से संबंध है। जिसमें ईमानदारी होती है वह धर्म है और जिसमें झूठ होता है वह अधर्म है।
सर्वे भवंतु सुखिन:
हम सर्वे भवंतु सुखिन: की राह पर चलने वाले लोग है पडोसी के दु:खी हङ्क्षने पर आप सुखी नहीं हो सकते है। आपकों सुखी होने के लिए आपके पड़ोसी का भी सुखी होना जरूरी है जिस प्रकार एक देश में गांव समृृद्ध होंगे तो ही शहर समृद्ध होंगे। क्योंकि गांव समृद्ध होंगे तो वहां के लोग शहरों तक खरीदी करने आएंगे और तभी शहरों में पैसा आएगा और शहर भी खुशहाली आएगी, इसलिए हमें सभी के सुखी होने की कामना करना है। इस मौके पर झाबुआ युवराज कमलेंद्रसिंह भी विशेष रूप से उपस्थित थे। युवराज का स्वागत भाजपा जिला उपाध्यक्ष हेमंत भट्ट, मंडल अध्यक्ष शंकर राठौड, मंडल महामंत्री प्रकाश मुलेवा ने किया।
अमेरिका से आए पदयात्री.
इस अवसर पर अमेरिका से पधारे विनायक ने भी सभा को संबोधित किया। विनायक अमेरिका से विशेष रूप से इस पदयात्रा में भाग लेने के लिए आए है वे अमेरीका के न्यूयार्क शहर में योग सिखाते है। उनका कहना है कि अमेरिका में लगभग सभा का संचालन रायपुरिया मंडल अध्यक्ष अजमेर सिंह भूरिया ने किया और अंत में आभार प्रदर्शन संजय कहार ने माना.
सभा के पहले पद यात्रा का भव्य स्वागत-
जन जागरण यात्रा जैसे ही पेटलावद में पहुंची उसका शगुन गार्डन पर मंडल महामंत्री प्रकाश मुलेवा की ओर से भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर पर विधायक निर्मला भूरिया, झाबुआ नप अध्यक्ष धनसिंह बारिया, पूर्व जिलाध्यब शैलेष दुबे, पूर्व नप अध्यब विनङ्क्षद भंडारी, समाजसेवी मुकुट चउहान, नप उपाध्यब आजाद गुगलिया, भाजपा जिला उपाध्यब हेमंत भट्ट, मंडल अध्यब शंकरलाल राठउड आदि ने स्वागत किया यात्रा के आगे बढने पर तूफानी ग्रुप के सदस्यों द्वारा भी यात्रा का स्वागत किया गया जिसमें सुरेश प्रजापत, वेकंट त्रिवेदी, मनङ्क्षज जानी आदि ने फूल मालाओं से स्वागत किया. इसके पश्चात मुकेश परमार मित्र मंडल ने भी स्वागत किया. यात्रा ने पूरे नगर में भ्रमण किया.

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