पेटलावद से हरीश राठौर की रिपोर्ट:
उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित होने वाले शासकीय महाविद्यालयों में बतौर अतिथि 20 वर्षों से काम कर रहे अतिथि विद्वानों का शोषण लगातार जारी हैं। प्रदेशभर के अतिथि विद्वान इस शोषण के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से लामबंद हो रहे हैं।झाबुआ जिले के पेटलावद के अतिथि भी इसमें पीछे नहीं है। विगत दिनों इन अतिथि विद्वानों ने भूख हड़ताल भी की थी, इसके पूर्व विगत 16 मार्च से यह सभी काली पट्टी बांधकर अपना अध्ययापन कार्य कर रहे हैं। इस भूख हड़ताल में डाॅ. शोभा राठौर, धर्मेश बिजोरिया, विकास वर्मा, विजय डावर, रक्षा रावत, रीद्धि माहेश्वरी, डाॅ.ओपी शर्मा, सारिका अग्रवाल, कपिला बाफना, राणा मेड़ा शामिल हुए।