आखिर कब होगी चिटफंड कंपनी और उनके एजेंटों पर कार्रवाई?

0

45036086झाबुआ लाइव के लिए रायपुरिया से लवेश स्वर्णकार की रिपोर्ट-
क्षेत्र में चिटफंड फंड कंपनियों में अपने निवेश कर चुके निवेशक अपने निवेश किए हुए रुपयों के आने का इंतजार आज भी कर रहे हे ग्रामीणों की खून पसीने की कमाई को चिटफंड कंपनी के नियुक्त एजेंटो ने राशि दोगुना करने का लालच देकर ग्रामीणों से ठगी की। अब कंपनी से नियत किए हुए समय के बीत जाने के बाद भी अब सैकड़ों ग्रामीणों को उनके खून पसीने की कमाई एजेंट अब नहीं दिलवा पा रहे हैं। एजेंटो का कहना है कि उन्होंने आगे की कार्रवाई की है उनका यह भी कहना है कि हमने कंपनी के एजेंट के रूप में काम किया है और निवेशकों की राशि कंपनी को ही दी है। अब कंपनी जब राशि लौटा नहीं रही है तो कंपनी पर सरकार सख्त कार्रवाई करें। ऐसे में अब पीडि़त निवेशकों के सब्र का बांध अब टूटता नजर आ रहा है और वे एजेंटो को ही कोस रहे हैं। कुछ पीडि़तों द्वारा पुलिस थाना रायपुरिया में दिए आवेदन के बाद कार्रवाई हो जाने के डर से कुछ एजेंट अपने निजी चेक भी निवेशकों को देकर अपने आपको बचा रहे हैं।
एसपी को दिए थे आवेदन, कार्रवाई नहीं
रायपुरिया में सितंबर माह में एसपी संजय तिवारी की उपस्थिति में पीडि़त ग्रामीणों ने अपनी अपनी मेहनत की कमाई वापस दिलवाने के लिए चिटफंड कंपनी के एजेंटों के विरुद्ध नामजद आवेदन साहब को दिए थे और उस आवेदनों में पीडि़त आवेदको ने इन एजेंटों पर ठगी करने के आरोप भी लगाए गए थे बाद में ये आवेदन एसपी साहब अपने साथ ले गए और जांच का आश्वासन पीडि़तों को दे गए थे कछुवा गति से हो रही इस जांच में पीडि़त आवेदकों के रायपुरिया थाने पर बयान भी लिए गए। सूत्र बताते हैं कि एसपी संजय तिवारी के निर्देशन में 7 से 8 एजेंटी को सूचना पत्र जारी कर बयान के लिए भी तलब किया है इन एजेंटो के बयान थाने पर लिए जा रहे है, परंतु पीडि़तों द्वारा लिखित नामजद दिए गए आवेदनों पर आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पा रही है, जिससे पीडि़तों को आज भी अपने मेहनत की राशि के मिलने का इंतजार है और आक्रोश भी हैं।
एजेंटो ने भी दिए थे आवेदन
रायपुरिया में सितंबर में हुई समझाइश बैठक में चिटफंड कंपनी के बारे में चर्चा होने की खबर जैसे जैसे ग्रामीणों को लगी थी वैसे वैसे सभी पीडि़तों के साथ कई एजेंट भी थाने पर पहुंचे थे एसपी साहब को पीडि़तों ने तो नामजद एजेंटो के खिलाफ ठगी करने के आवेदन दिए ही थे परंतु बताया यह जा रहा है की उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर ठग एजेंटों ने भी अपनी कंपनी, जिस कंपनी से इन्होंने कमीशन के रूप में मोटी रकम ली है, के खिलाफ आवेदन देकर कार्रवाई की मांग कर दी। एजेंटों का यह कहना है कि कंपनी निवेशकों का पैसा नहीं लौटा रही तो कंपनी पर कार्रवाई होना चाहिए। ग्रामीणों को जब ये बात पता लगी तो उनका कहना है कि इन एजेंटो को तो मोटे कमीशन का लालच था इसी लालच के कारण इन्होंने भोले भाले ग्रामीणों को रकम दोगनी करने का झांसा देकर ठगी की थी इन एजेंटों को पीडि़त ग्रामीणों से झांसा देकर मिली मोटी रकम में से एजेंटों ने मोटा कमीशन तो ले लिए परंतु उन पीडि़त निवेशकों का राशि दोगुना तो ठीक मैच्यूरिटी पूरी होने के एक साल बाद भी मूल रकम के लिए उन्हें दर दर की ठोंकरे खानी पड़ रही है।
फर्श से अर्श पर है आज एजेंट
जहां पीडि़त निवेशक आज अपनी खून पसीने और मेहनत की कमाई के लिए मानसिक आर्थीक परेसान होना पड़ रहा है उन्हें दर दर भटकना पड़ रहा है वही दूसरी ओर एजेंटों के ठाठ बाठ कम नहीं हो रहे हे इन एजेंटों ने ग्रामीणों से ठगी कर मोटी रकम कंपनी को दी ठगी और लालच देकर ग्रामीणों से छल किया और खुद को कंपनी से मिले मोटे कमीशन से आज इनके ठाठ बाठ सबकी नजरो में कैद हो गए हैं।
आखिर कब होगी इन ठगोरों पर कार्रवाई
चिटफंड कंपनी ने पैसे दोगुने करने की लालच देकर एजेंट तैयार किए इन एजेंटों ने पीडि़त निवेशकों को लालच देकर ठगी की इस ठगी के आरोपो में जितनी जिम्मेदार ये तमाम चिटफंड कंपनिया है उतने ही जिम्मेदार यह ठग एजेंट भी हैं क्योंकि मोटे कमीशन के लालच में इन एजेंटों ने कई निवेशकों को कंपनी से नियत समय में राशि दोगुना मिलने का कह कर इन ठगों ने मिलकर निवेशकों से ठगी की है। पीडि़त निवेशकों द्वारा एजेंटो के खिलाफ नामजद दिए आवेदनों और उनके बयान उनके डाक्यूमेंट के आधार पर पुलिस ईमानदारी से इन ठग कंपनी और ठग एजेंटों पर ठोष कानूनी कार्रवाई करे तो ग्रामीणों का आक्रोश कुछ हद तक कम हो सकता हे और उन्हें अपने मेहनत की रकम वापस मिलने की कोई उम्मीद जागे। खबर तो ये भी मिल रही है कि कई एजेंटों को पुलिस कार्रवाई से बचाने के लिए कुछ प्रभावी पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का दबाव बना रहे हैं, परंतु एजेंटों को बचाने वाले प्रभावी पुलिस के काम में दखल अंदाजी करने वाले ये सोच ले की यह सब उन पीडि़तों को न्याय दिलवाने के खिलाफ ही है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.