मौसम नित्-नये रूप ले रहा है। मौसम में बदलाव जारी है। वैक्टर जनित रोग एवं मौसमी बीमारियों के बढ़ने की आशंका को देखते हुये बीमारियों से बचाव के लिये जरूरी एहतियात बरतते हुये लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है।
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने एडवाईजरी जारी करते हुये जिले के समस्त नागरिकों से अपील करते हुये कहा कि
- जरा सी सावधानी और जागरूकता रखकर हम सब मिलकर मच्छरों को पनपने से रोके और मलेरिया एवं डेंगू से बचें।
- दूषित जल से होने वाली बीमारियों हैजा, दस्त, उल्टी, आंत्र शोध से बचाव के लिये साफ उबला हुआ पानी का ही इस्तेमाल करें।
- बस इतना करें आप-अपने घर के आसपास और घर में रखे पानी के बर्तनों, टायरों, डिब्बों आदि जिसमें पानी भरा हो उसका पानी निकाल कर उसे सुखा लें।
- कूलर की पुरानी जाली और खस को जला दें ताकि उसमें पल रहे मच्छर के लार्वा को नष्ट किया जा सके।
- आप सब को ज्ञात है कि बरसात के रूके पानी में मच्छर के लार्वा पनपने के अवसर बढ़ जाते है जो मलेरिया एवं डेंगू का कारण बनते है।
- मच्छरो के काटने से बचें- घर में मच्छरदानी में रात्रि में आराम करें।
- शाम के समय घरों में नीम की पत्तियों का धुंआ करें खिड़की, दरवाजे आदि में मच्छरप्रूफ जाली लगायें, पूरी बाह के कपड़े पहने ध्यान दें मलेरिया से सावधानी जरूरी है।
- सफाई का रखें पूरा ध्यान-उल्टी दस्त से बचाव के लिये खान-पान, शारीरिक साफ-सफाई का ध्यान रखें अपने आसपास के परिवेश को भी स्वच्छ रखें।
- पीने के लिये साफ पानी का ही इस्तेमाल करें स्वच्छ तरीके से बना और रखा हुआ भोजन करें। बासी खाने से परहेज करें।