कठ्ठीवाडा: झाबुआ/आलीराजपुर आजतक की शुरूआत हमने इस आदिवासी अंचल की आवाज देश और दुनिया में पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू की थी। अब इसका असर भी नजर आने लगा है। हमनें 13 फरवरी को कठ्ठीवाडा तहसील के हवेलीखेड़ा में बच्चे की उल्टी-दस्त की ख़बर दिखाई थी। इस ख़बर के बाद अब यहां चिकित्सकों का एक दल बकायदा इलाज कर रहा है और यह बीमारी विकराल रूप ना ले इस पर पैनी नजर भी रखे हुए है।
दरअसल, दो साल के मासूम प्रदीप की मौत की ख़बर सबसे पहले हमारे वेब पोर्टल के माध्यम से कलेक्टर श्री शेखर वर्मा तक पहुंची थी। उन्होंने मामले की नजाकत को समझते हुए तुरंत स्वास्थ्य विभाग का एक दल गांव में रवाना किया था। डॉ. अमित जायसवाल, डॉ. संजय चौहान और तीन n.a.m को हवेली खेडा भेजा गया था। डॉक्टरों का यह दल रोजाना यह मरीजों का इलाज भी कर रहा है और उसकी वजह से यहां हालात भी सुधरे है।
ऐसे में ग्रामीणों ने झाबुआ/आलीराजपुर आजतक की इस सार्थक पहल का स्वागत किया है और साथ ही कलेक्टर श्री शेखर वर्मा को त्वरित एक्शन के लिए धन्यवाद प्रेषित किया है।
कलेक्टर की मानवीय पहल की हो रही हैं सब दूर सराहनाः
दरअसल, यह मामला सीधे-सीधे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का हैं, लेकिन कलेक्टर श्री शेखर वर्मा की जानकारी में जैसे ही यह मामला आया उन्होंने प्रशासन का मानवीय चेहरा पेश किया। यह जानने की बजाए की गलती किसकी है, उन्होंने खुद पहल करते हुए स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को मौके के लिए रवाना किया।