झाबुआ लाइव के लिए रायपुरिया से लवेश स्वर्णकार की रिपोर्ट-
यूं तो डाक एंव पार्सल के लिए कई प्राइवेट कोरियर सेवा घर पहुंच सेवा दे रही है आधुनिकता के इस जमाने में सूचना भेजने के लिए कई संचार व्यवस्थाएं भी है सोशल मीडिया के जरिये भी लोग सूचना का आदान-प्रदान क रहे है किन्तु विभिन्न जरूरी डाक एंव सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत कई आवेदन कर्ताओं को जानकारी प्राप्त करने के लिए अपना आवेदन रजिस्टर्ड डाक से एडी लगाकर पोस्ट किया जाना होता है और संबधित को डाक मिलने के बाद वहां से प्राप्त रिसीव यानी एडी उस आवेदनकर्ता को पहुंचाई जाती है जिसने डाक भेजी है जिससे उसे यह ज्ञात हो सके कि उसके द्वारा डाक पोस्ट से भेजा गया आवेदन संबंधित को प्राप्त हो चुका है। आधुनिक युग में संचार की तमाम सुविधाएं उपलब्ध है फिर भी वर्षो से चली आ रही सरकारी डाक सेवा पर विश्वसनीयता आज भी बरकार है किन्तु इस विश्वसनीयता के आगे होने वाली लापरवाही से डाक सेवा प्रभावित हो रही है यहां पर भेजी गई डाक या यहां से भेजी गई डाक, रजिस्ट्री की एडी आदि समय पर नहीं मिलती है। डाकिये को कई बार कहने के बाद भी डाक प्राप्त नहीं हो पाती है। ऐसे में ग्रामीणों को अपनी डाक लेने के लिए पोस्ट ऑफिस जाना आम बात है, परन्तु इस डाक सेवा के लिए शासन द्वारा यहा डाकिये की पदस्थापना की है बावजूद उसके अपनी डाक या एडी लेने के लिए ग्रामीणों को ऑफिस जाकर डाक प्राप्त करना पड़ रही है।
इस तरह की लापरवाही से सरकार के इस विभाग की विश्वसनीयता खत्म हो रही है, पहले भी पोस्ट आफिस पेटलावद में घोटाले सामने आए थे जिससे पोस्ट आफिस की बचत योजना आरडी आदि से लोगों कर विश्वास उठ सा गया है। विभाग की ओर से हो रही इन लापरवाही से शासन को हानि हो रही है और ग्रामीणजन अपनी डाक आदि को पहुंचने के लिए सरकार के विश्वसनीय डाक विभाग को छोड़कर निजी कोरियर का उपयोग करने लग गए है।
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