झाबुआ Live डेस्क के लिऐ ” मुकेश परमार” की स्पेशल EXCLUSIVE रिपोर्ट ।
मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचल मे बीजेपी सरकार आज एक नवाचार करती आयी । अवसर था मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य मे आयोजित ” अंत्योदय मेले ” का ओर इस आयोजन मे मुख्य अतिथि थे शिवराज सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट एंव झाबुआ के प्रभारी मंत्री ” अंतरसिंह आय॔” ओर पहली बार कार्यक्रम की शुरुवात सरस्वती पूजा को छोडकर ” बाबा साहब अंबेडकर ” की पूजा से की गयी । बकायदा दीप ओर अगरबत्ती जलाकर आराधना की गयी । खुद प्रभारी मंत्री ओर जिले के सभी बीजेपी विधायकों एंव बीजेपी जिलाध्यक्ष ने बाबा साहब अंबेडकर की पूजा मे हिस्सा लिया ओर उसके बाद आयोजन शुरु हुआ । इस पूजन मे कलेक्टर अनुराग चौधरी एंव एसपी संजय तिवारी भी शामिल हुऐ ।
पहली बार पूजे गये अंबेडकर
अभी तक के इतिहास मे आज से पहले किसी भी सरकारी आयोजन मे बाबा साहब अंबेडकर को इतना मान सम्मान नही मिला था लेकिन आज जब अंबेडकर ने सरस्वती जी की जगह ली तो एक बार सभी चौंक गये लेकिन शायद से पहले से तय सरकारी ब्लू प्रिंट था यानी आज के अंत्योदय मेले में मां सरस्वती की जगह अंबेडकर पूजे जायेंगे इसकी स्क्रिप्ट पहले ही तैयार कर ली गयी थी ।
वह 5 प्रमुख कारण जिसकी वजह से अंबेडकर ने ली मां सरस्वती की जगह
1)- खुद प्रधानमंत्री अंबेडकर को लेकर संजीदा है ओर बीजेपी अंबेडकर को बसपा से छीनना चाहते है ।
2)- उत्तरप्रदेश मे कुछ महीनो बाद विधानसभा चुनाव है बीजेपी को पता है यूपी के दम पर केंद्र सरकार बनी थी ओर दलितो ने मोदी का साथ दिया था वही साथ बीजेपी को विधानसभा चुनाव मे चाहिऐ
3)- देश भर मे करीब 20% आबादी दलितो की है ओर अंबेडकर दलितो की आस्था के प्रतीक है प्रतीक को सम्मान ओर पूजा जाना यानी एक बडे वोट बैंक को खुश करना ।
4)- पश्चिम मध्यप्रदेश मे ” अंबेडकर वादी संगठन ” जयस” के बढते असर से बीजेपी चिंतित है उसके असर को बेअसर करने की कवायद का यह हिस्सा हो सकता है ।
5)- बीजेपी को लगता है कि ” जयस” के जरिए ” अरविंद केजरीवाल या उनकी आप पार्टी आदिवासी अंचल में आगे चलकर तगड़ी घुसपैठ कर सकती है लिहाजा अभी से तैयारी के जरिए आप की संभावनाऐ कमजोर किया जाना चाहिए ।