सिविल अस्पताल में तोड़फोड़ कर डॉक्टर व कर्मचारियों से मारपीट करने वाले 06 लोगो पर नामजद FIR 

0

शान ठाकुर, पेटलावद

13 दिसंबर शाम करीब 5:00 पेटलावद सिविल अस्पताल में एक मरीज और पांच साथियों ने जमकर उत्पाद मचाया। इस दौरान अस्पताल में मौजूद ड्यूटी डॉक्टर एवं अन्य कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई। विवाद के दौरान अस्पताल में भी तोड़फोड़ की गई। विवाद को बढ़ता देख बीच-बचाव करने आये एक पुलिसकर्मी के साथ भी धक्कामुक्की की गई। मामले में पुलिस ने 06 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वही डॉक्टर की शिकायत पर विभिन्न धाराओं में मामला पंजीबद्ध किया गया है।

*डॉक्टर की शिकायत पर मामला दर्ज -*

डॉक्टर हिंमाशु वैष्णव ने पुलिस को बताया कि में सीएचसी पेटलावद में चिकित्सा अधिकारी के पद पर पदस्थ हु। दिनांक 13.12.2025 को मै आपतकालीन ड्युटी पर था, तथा ड्रेसिंग रूम में अपने कर्मचारियो के साथ खड़ा था। तभी शाम करीबन 05.20 बजे एक व्यक्ति अपने साथियो के साथ आया ओर बोला की मैं मोटर सायकल से गिर गया हूँ। मेरा पहले ईलाज करो तो मैने उसका नाम पुछा तो उसने अपना नाम धर्मेन्द्र पिता नन्दलाल भाभर निवासी नल्दी करवड का होना बताया। मैने उसको ड्रेसिंग टेबल पर लेटने को बोला तो वह उत्तेजीत होकर ड्रेसिंग टेबल पर लेटा और मैं तथा मेरे कर्मचारी रंजीत पिता प्रभुलाल बसोड, विष्णु पिता शंकर भुरिया मरीज धर्मेंद्र को सिर के आसपास रगड के निशान थे उस पर ड्रेसिंग कर रहे थे। तो धर्मेन्द्र मुझे माँ बहन की नंगी नंगी गालिया देकर बोला की मेरा ढंग से ईलाज करो नहीं तो में तथा मेरे साथ आये अर्जुन मुनिया, अरुण दायमा, दिवान खडिया, कमलेश मुनिया, आकाश मुनिया सभी मिलकर तुम्हारी ऐसी की तेसी कर देंगे और माँ बहन की नंगी नंगी गालियाँ देने लगा जो मुझे व सुनने वालो को बुरी लगी मैने तथा मेरे कर्मचारीयो ने उसे गालियाँ देने से मना किया तो धर्मेन्द्र ने मेरी कालर पकड कर थप्पड मारा जिससे मुझे गाल पर चोट लगी है। मेरे कर्मचारी बचाने लगे तो अर्जुन मुनिया ने मेरे कर्मचारी रंजीत बसोड को आई.वी. स्टेण्ड उठाकर मारा जिससे रंजीत को दाहिने हाथ की कलाई के उपर चोट लगी तथा दिवान खड़िया ने मेरे कर्मचारी विष्णु को लात से मारी जिससे विष्णु को सीने पर, पीठ पर चोट लगी है। इतने मैं पास में खडा कमलेश मुनिया व अरुण दायमा दोनो हम तीनो को माँ बहन की नंगी नंगी गालियाँ देते हुए थप्पड़ मुक्की से मारपीट करने लगे व सभी ने अस्पताल का शासकीय ओ.टी. लाईट, दो मरीज बैड, ड्रेसिंग, वेटिंग चेयर तोड दी व आपतकालीन रजिस्टर व रेफर रजिस्टर व अन्य आवश्यक दस्तावेज एवं ग्रीन स्क्रीन पर्दा फाड कर इन लोगो ने शासकिय सम्पत्ति का नुकसान कर शासकिय कार्य में बाधा पहुचाई है। बाद में यह लोग ड्रेसिंग रूम के बाहर चले गये तथा अस्पताल के बाहर वार्डबाय महेश भूरिया खडा था तो उसको आकाश मुनिया ने गला पकडकर अपने हाथ में लिये पत्थर से मारी जिससे महेश को गले में पीठ के पीछे व दाहिने हाथ के अंगुठे व बाये पैर की बीच वाली उंगली पर चोट लगी तथा उसके बाद धर्मेंद्र ने अस्पताल के अन्दर गार्ड कमलेश पारगी खडा था उसको दिवान खडिया ने थप्पड़ से मारपीट की जिससे कमलेश पारगी को शरीर पर चोटे लगी है। वहा पर पुलिस आरक्षक अजय चोहान मेडिकल कराने हेतु खड़े थे जो इन सभी को समझाने लगे तो उनके साथ भी हाथा पाई की और जाते जाते बोले की आज के बाद सही ढंग से ईलाज नहीं किया तो किसी दिन जान से खत्म कर देंगे। कहकर जान से मारने की धमकी दी इन सभी लोगो ने माँ बहन की नंगी नंगी गालियाँ देकर व मारपीट कर शासकिय कार्य में बाधा पहुचाकर अस्पताल की शासकिय समत्ति का नुकसान किया है। घटना गार्ड जयसिंह पारगी, चांदनी बघेल सिस्टर, संगीता झाला सिस्टर, चंदा कटारा सिस्टर, आंचल लिलहारे सिस्टर, संगीता मुवेल, सफाई कर्मी अंशुबाई ने देखी है। घटना की बात मैने डॉक्टर अंतिम सोलंकी व सी.बी.एम.ओ. एमएल चोपडा को बताई बाद कर्मचारी विष्णु, रंजीत को साथ लेकर रिपोर्ट करने थाने आया हूँ।

*इन पर हुई कार्यवाई -*

डॉक्टर वैष्णव की शिकायत पर पुलिस ने धर्मेंद्र भाभर निवासी नल्दी (करवड़), अर्जुन मुनिया, अरुण दायमा, दिवान खड़िया, कमलेश मुनिया, आकाश मुनिया के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 (a),115(2), 351(5), 324 (4), 132,191(2) के तहत मामला दर्ज किया है।

मामले में सी.बी.एम.ओ. डॉक्टर एम.एल. चोपड़ा ने कहा कि सिविल अस्पताल में डॉक्टर और कर्मचारियों से कुछ लोगो ने मारपीट की घटना को अंजाम दिया है। जो कि निंदनीय है। पेटलावद थाने पर आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई गई है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.