जनजाति गौरव दिवस पर मातृशक्ति सम्मेलन में बोले वक्ता- महिलाओं ने ही अपने पूर्वजों की रीति रिवाज को जीवित रखा
जितेंद्र वर्मा, जोबट
जनजाति विकास मंच द्वारा कृषि उपज मंडी परिसर में मातृ शक्ति सम्मेलन कार्यक्रम किया। जिसमें मुख्य वक्ताओं के द्वारा अपने विचार रखे और महिलाओं के अधिकार और उनके कर्तव्य के साथ ही मतांतरण को लेकर खास विचार रखा गया और गौरव दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में सभी से शामिल होने हेतू आह्वान भी किया है।
जोबट कृषि उपज मंडी परिसर में जनजाति विकास मंच के द्वारा गौरव दिवस एवं भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती की उपलक्ष्य में खंड स्तरीय मातृशक्ति सम्मेलन का आयोजन किया। जिसमें मुख्य वक्ता सोनम निनामा इंदौर थी और उन्होंने अपने विचार रखा और कहा कि आज महिलाओं का हर क्षेत्र में योगदान है, महिला ही अपने पूर्वजों की रीति रिवाज को जीवित रखा, चूकिं माता को देवी का स्वरूप दिया गया है उसके चलते आज हम नारी शक्ति सब में अग्रणी है, लेकिन आज कुछ ऐसी जगह पर जहां महिलाओं को मतांतरण की ओर अधिक टारगेट किया जा रहा है ऐसी विधर्मी संगठनों से सावधानी बरतने की बात, उन्होंने कहां की जनजाति समाज की महिलाओं को बहला फुसला कर बीमारी के नाम से धर्मांतरण करने की गतिविधि तेजी से इस बहुल क्षेत्र में चल रही है। जिसे रोकने में जनजाति समाज की महिलाओं को आगे आने की जरूरत बताई है, क्योंकि जोबट में पिछले दिनों एक आदिवासी समाज के नाम से संचालित छात्रावास चल रही थी जहां पर छात्रावास में रहने वाले बच्चों के साथ अवैध गतिविधि संचालन की जा रही थी जिसकी हमारी टीम ने जांच कर उसे सील कर प्रतिबंधित करने में कायम रहे थे। लेकिन आज इस क्षेत्र की माता बहनों को इन धर्मियों से सावधान रहकर हमारे पूर्वज के द्वारा जीवित रखी गई संस्कृति और रीति रिवाज को कायम रखने की जरूरत उन्होंने बताई। भगवान बिरसा मुंडा जनजाति समाज के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया है और उनके द्वारा दिए गए मार्गों को अपनाकर हिंदू समाज की रीति रिवाज को माता और बहाने ही जीवित रख सकती।
