मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
गौरीसुत संकटमोचन विघ्न विनायक रिद्धि सिद्धि के दाता देवताओं में सर्वप्रथम पूजे जाने वाले लंबोदर श्री गणेश जी की मूर्तियों को अलग-अलग स्थानों पर विधि विधान के साथ विराजमान किया गया। उसके पूर्व मूर्तियों को अलग-अलग वाहनों में सवार कर नगर भ्रमण कराया गया।

प्रतिमाओं को गणपति बप्पा मोरया मंगल मूर्ति मोरया के नारों के साथ स्थापना स्थल तक ले जाया गया जहां पूजा अर्चना कर आरती पश्चात आसन पर आरूढ़ कराया गया। आम्बुआ क़स्बे में बाल शिव भक्त मंडल तथा कुम्हार मोहल्ला में महाकाल मंडल, आवास फलिया में दो स्थानों पर तथा पंचायत भवन प्रांगण में श्री राम मित्र मंडल द्वारा पांडालों में लंबोदर, एकदंत श्री गणेश जी को स्थापित किया गया, सभी स्थानों पर प्रतिदिन सुबह दोपहर तथा शाम को आरती की जाना है, गणेशोत्सव पर बच्चों में विशेष उत्साह नजर आया।
