पिटोल के कन्या शिक्षा परिसर में सुविधाओं की कमी, विधायक ने किया दौरा

0

भूपेंद्र नायक, पिटोल 

झाबुआ के पास पिटोल स्थित कन्या शिक्षा परिसर में सुविधाओं की कमी को लेकर छात्राओं को हो रही परेशानियों का संज्ञान लेते हुए, स्थानीय विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने मंगलवार को परिसर का अचानक दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि लगभग 27 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस इमारत में 416 छात्राएं बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रही हैं।

फर्नीचर और पानी का अभाव

विधायक ने कक्षाओं का निरीक्षण किया, जहाँ उन्होंने देखा कि अधिकतर छात्राएं जमीन पर बैठकर पढ़ाई कर रही थीं, क्योंकि परिसर में पर्याप्त फर्नीचर नहीं है। इसके अलावा, पीने के पानी की भी गंभीर समस्या है, और पानी टैंकरों से मंगवाया जा रहा है।

कन्या परिसर में शिक्षकों से चर्चा करते हुए

शिक्षकों की कमी

परिसर में कक्षा 6 से 12 तक की 416 छात्राओं के लिए केवल 22 शिक्षक हैं। इनमें से 5 नियमित और 17 अतिथि शिक्षक हैं। शिक्षक ने विधायक को बताया कि छात्राओं की संख्या बढ़ गई है, लेकिन शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है।

रसोइयों का शोषण: परिसर में छात्राओं के लिए भोजन बनाने वाली 6 रसोइयों को कई महीनों से वेतन नहीं मिला है। वे दिन में 15 घंटे काम करती हैं, लेकिन उन्हें उचित मजदूरी नहीं दी जा रही है।

बालिकाएं फर्श पर बैठकर पढ़ने को मजबूर

विधायक ने उठाया समाधान का बीड़ा

समस्याओं से अवगत होने के बाद, विधायक विक्रांत भूरिया ने तुरंत विभागीय मंत्री विजय शाह के ओएसडी, जनजातीय कार्य विभाग के डिप्टी कमिश्नर ब्रजेश चंद्र पांडे, और सहायक आयुक्त झाबुआ सुप्रिया बिसेन से फोन पर बात की। उन्होंने सभी अधिकारियों को इन समस्याओं से अवगत कराया और तत्काल समाधान करने का आग्रह किया।

इसके अतिरिक्त, विधायक ने आदिमजाति सेवा सहकारी संस्था का भी निरीक्षण किया, जहाँ उन्होंने किसानों को खाद की समस्या से जूझते पाया। उन्होंने संस्था के अधिकारियों को जल्द से जल्द किसानों को खाद उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

Leave A Reply

Your email address will not be published.