भोपाल। प्रदेश में आदिवासी समाज के वन अधिकारों को लेकर भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे अन्याय के विरुद्ध आज विधानसभा परिसर में एक प्रभावशाली और शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में, जोबट विधायक सेना महेश पटेल सहित समस्त कांग्रेस विधायकों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष, गले में पत्तियों की माला पहनकर और हाथों में विरोध की तख्तियाँ लेकर प्रदर्शन किया।
तख्तियों पर लिखा था:
• “आदिवासियों को पट्टा देना होगा!”
• “वन पट्टा हमारा अधिकार है!”
• “जल-जंगल-जमीन आदिवासियों की धरोहर है!”
इस सांकेतिक विरोध के माध्यम से कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश सरकार को यह स्पष्ट संदेश दिया कि आदिवासी अधिकारों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जोबट विधायक सेना महेश पटेल ने कहा: “भाजपा सरकार आदिवासियों को उनका हक़ नहीं देना चाहती।
वन पट्टे केवल कागज़ों तक सीमित हैं, ज़मीन पर आज भी आदिवासियों का हक़ छीना जा रहा है।
यह केवल विरोध नहीं, हज़ारों सालों से जल-जंगल-जमीन से जुड़े आदिवासी समाज की पुकार है।
जब तक हर आदिवासी को उसका वन पट्टा नहीं मिल जाता, यह संघर्ष जारी रहेगा।”
कांग्रेस विधायकों की प्रमुख माँगें:
1. प्रदेश भर में निरस्त किए गए सभी वन अधिकार पट्टों को तुरंत बहाल किया जाए।
2. आदिवासी परिवारों को कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त पट्टे प्रदान किए जाएं।
3. जल-जंगल-जमीन के रक्षक आदिवासी समुदाय के उत्पीड़न पर रोक लगाई जाए।
हमारा संकल्प स्पष्ट है:
✊ आदिवासियों की आवाज़ को कोई दबा नहीं सकता।
✊ वन पट्टा किसी की मेहरबानी नहीं, संविधान से मिला अधिकार है।