जल गंगा संवर्धन अभियान को ठेंगा दिखाती पेटलावद नगर परिषद

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शान ठाकुर, पेटलावद 

मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के निर्देशानुसार 30 मार्च से 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है…वही झाबुआ जिले में कलेक्टर नेहा मीना के मार्गदर्शन में बड़े पैमाने पर अभियान मूर्त रूप ले चुका है। जल गंगा संवर्धन अभियान से ग्रामीण क्षेत्रों में भी ग्रामीण बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं और जल संरक्षण हेतु आगे आ रहे हैं…लेकिन पेटलावद नगर परिषद जल गंगा संवर्धन अभियान को ठेंगा दिखाते हुए नजर आ रही है। यहां सड़कों पर टैंकरों के माध्यम से व्यर्थ पानी बहाया जा रहा है। जबकि  नगर और क्षेत्र में अभी से ही जल स्त्रोत दम तोड़ते हुए नजर आने लगे हैं। धीरे-धीरे ट्यूबवेल, कुँए सूखने लगे हैं ऐसी स्थिति में पेटलावद नगर में नगर परिषद ओर सीएमओ की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। 

नगर परिषद सीएमओ का जिम्मेदार अधिकारी होने के नाते भी नगर पर कोई ध्यान नहीं है। नगर परिषद अपने मनमाने ढंग से कार्य कर रही है। पेटलावद नगर सहीत क्षेत्र में जो जल स्रोत है धीरे-धीरे बंद होते जा रहे हैं। गर्मी ने भी विकराल रूप ले लिया है। कलेक्टर नेहा मीना द्वारा जिले में जल अभाव ग्रस्त घोषित किया जाकर जल संरक्षण को लेकर लगातार अपील की जा रही है। लेकिन कलेक्टर और तमाम बड़े अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना करते हुए पेटलावद में नगर परिषद सीएमओ व परिषद के जिम्मेदार पानी बचाने के स्थान पर पानी को व्यर्थ बहाते हुए नजर आ रहे हैं। पानी की कमी के चलते पानी के टैंकरों का शुल्क 250 रुपये से बढ़कर 400 से 500 रुपये तक हो चुका है। हालत यह है कि लोग पानी के लिए अब मशक्कत करते हुए दिखाई दे रहे हैं। जबकि नगर परिषद अभी भी लापरवाह बनी हुई है और सड़कों पर सड़के ठंडी करने के नाम पर टैंकरों से हजारों लीटर पानी व्यर्थ बहाया जा रहा है।

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