पाणिग्रहण संस्कार 16 संस्कारों में सबसे महत्वपूर्ण है, इसके साथ ही सबसे महत्वपूर्ण गृहस्थ आश्रम की शुरुआत होती है – मुख्यमंत्री डॉ. यादव
आलीराजपुर | सभी दूल्हो से कहना चाहता हु कि हम बेटियों के रूप में अपने घर की रौनक आपको सौंप रहे है, आप इनका ख्याल रखियेगा। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने 1369 नव दंपत्तियों को आशीर्वाद देते हुए यह बात अलीराजपुर खेल परिसर में आयोजित हुए सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि आज एक साथ 1369 बेटियों के हाथ पीले हो रहे है यह देखकर मन संतोष से भरा जा हुआ है। उन्होंने कहा कि अलीराजपुर मां नर्मदा मैया की धरती एवं इस धरा को अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली होने का गौरव प्राप्त है। उन्होंने कहा कि अलीराजपुर की प्राकृतिक छटा देखते ही बनती है, ताड़ के बड़े बड़े वृक्ष लह लहा रहे है उन्होंने कहा कि नर्मदा मैया के किनारे 2002–03 से बांध बनाना प्रारंभ हुए है, जिसके बाद से अलीराजपुर क्षेत्र में सिंचित भूमि का रकबा बढ़ा है और आर्थिक समृद्धि आई है।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि निर्वाचन के पूर्व वादा किया था कि कन्यादान योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता दी जाएगी, आज अलीराजपुर में 1369 नव वधु को 7 करोड़ 52 लाख की राशि कन्यादान के रूप में दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पाणिग्रहण संस्कार 16 संस्कारों में सबसे महत्वपूर्ण है, इसके साथ ही सबसे महत्वपूर्ण गृहस्थ आश्रम की शुरुआत होती है। उन्होंने सभी नव दंपत्तियों से कहा कि आज इस रस्म के पश्चात दो परिवारों का मिलन हो रहा है, आपको नए माता पिता एवं एक नया परिवार मिलेगा।
आर्थिक विकास के लिए किए जा रहे प्रयास- मुख्यमंत्री डॉ यादव
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि अभी दिसम्बर 2024 में जिले को 2000 करोड़ रुपए की सोंडवा उद्वहन परियोजना सौगात दी है, जिसके माध्यम से 169 ग्रामों को सिंचाई के लिए जल प्राप्त होगा । प्यासे खेत को जब पानी मिलेगा तो सोने के सामान फसल प्राप्त होगी। उन्होंने बताया कि 2600 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं का उपार्जन किया जा रहा है, उन्होंने कलेक्टर डॉ अभय अरविंद बेडेकर को निर्देशित किया कि सभी कृषकों का गेहूं विक्रय करना सुनिश्चित करे। सरकार सभी कृषकों का गेहूं खरीदेगी। उन्होंने कहा कि गेहूं के लिए 175 रुपए प्रति क्विंटल बोनस के रूप में दिया जा रहा है, इसके साथ ही दूध की खरीदी पर भी 5 रुपए लीटर बोनस आने वाले समय में दिया जाएगा। शासन का उद्देश्य है कि प्रदेश का दुग्ध उत्पादन 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया जाए ताकि कृषकों को आय का नया साधन मिले।

