खरडू बड़ी। सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों के सिंचाई एवं अच्छी फसलों के लिए गांव की रौनक के लिए तालाबों का निर्माण कराया जाता है लेकिन अधिकारी एवं ठेकेदार की मिलीभगत से लाखों की राशियां भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है ऐसा ही एक वाक्या रामा ब्लॉक के ग्राम पंचायत खरडू बड़ी के बारीफलिया में देखने को मिला यहां पर आर.ई. एस. विभाग के ठेकेदार दिलीप चौहान द्वारा सन 2020-21 में 19. 94 लाख की लागत से एक तालाब का निर्माण किया गया था जिसमें आज तक बारिश का एक बूंद भी पानी यह तालाब नहीं रोक पाया बावजूद इसके विभाग के अधिकारी द्वारा बिना किसी जांच के इसकी सीसी भी जारी कर दी गई। अब सवाल यह होता है कि क्या सी सी जारी करने से पहले विभाग के किसी अधिकारी ने इस तालाब का निरीक्षण नहीं किया यदि किया तो आज करीबन चार वर्ष तक इसमें एक बूंद पानी क्यों नहीं रुक पाया ।इस तालाब में पानी नहीं रुकने से ग्रामीणों को इस तालाब का लाभ नहीं मिल पा रहा है आपको बता दे कि यहां के ग्रामीणों रमेश,काला,भोजा, लाला,मुन्ना, कमल आदि ने बताया कि ठेकेदार की मनमानी से तालाब का निर्माण किया गया और हमारी मजदूरी के पैसे भी नही दी गई।यहां के एक व्यक्ति बदिया सिंगार ने बताया कि हमने अपने निजी कुआं से पानी तालाब पर पहुंचाया गया था ठेकेदार ने मुझसे कहा था कि रोजाना तुम्हारे कुएं से तालाब में पानी पहुंचाने के लिए ₹500 प्रति दिन दिए जाएंगे बदिया ने लगातार 90 दिनों तक तालाब में पानी पहुंचाया लेकिन ठेकेदार द्वारा उन्हें आज तक इसका पेमेंट नहीं दिया और इस तालाब में चले ट्रैक्टरों का भी राशि का भुगतान नहीं किया गया ग्रामीणों एवं मजदूरों का कहना है कि जिन जिन लोगों ने इस तालाब में अपनी मजदूरी की है उन्हें उनका हक का पैसा दिलवाया जाए।
