आदिवासी कोतवाल समाज ने मिशन D-3 नियंत्रण को लेकर लिए कड़े निर्णय

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जितेंद्र वर्मा, जोबट

जोबट के नजदीक ग्राम सिद्धगांव में मिशन D-3 नियंत्रण को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें आसपास के 6 से अधिक गांव से पटेल, चौकीदार, सरपंच सहित समाज के जिम्मेदार लोगों ने हिस्सा लिया ओर देजा, दारू ओर डीजे के बढ़ते प्रभाव को रोकने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में लगभग सैकड़ो से अधिक लोगों ने भाग लिया ओर हाथ उठाकर मिशन D-3 को अमल में लाने की  शुरुआत की।

आज दिनांक 19 जनवरी 2025 को मिशन डी 3 (डीजे, दारू, दहेज) को लेकर आदिवासी कोतवाल समाज संगठन ने 6  गांव मोटा उमर, सेवड़, ख़ुताजा, उब्लड बड़ागुड़ा, सिद्धगांव की बैठक बुलवाई तथा उपस्थित पंचो ने ठहराव प्रस्ताव  पारित कर शादी में एक से अधिक डीजे को प्रतिबंधित किया गया तथा दहेज की राशि को कम कर न्यूनतम 2 लाख किया गया तथा विदेशी शराब पूरी तरह से प्रतिबंध की गई जिस पर उपस्थित सभी गांव के पटेल सरपंच तड़वी चौकीदार तथा वरिष्ठ गणमान्य ने सर्वशहमती से अपनी सहमति प्रदान की बैठक में आदिवासी कोतवाल समाज की निम्न साथी उपस्थित थे-श्री पाताल सिंह बघेल श्री मुन्ना भाई चौहान कलम मंडलोई प्रताप परमार विक्रम सिंह बघेल दिलीप गवले फतेह सिंह गवले संजय गवले विकास बघेल बालू बघेल मनीष बघेल प्रताप बघेल दीपक आदि मौजूद थे।

आदिवासी कोतवाल समाज ने लिया फैसला

विदेशी शराब पुर्णतः बन्द रहेगी, रीतभात के लिए देशी महुआ एवं ताडी का उपयोग किया जा सकेगा,डी.जे. घर कि तरफ से एक एवं रिस्तेदारो कि तरफ से एक, कुल दो डी.जे. से अधिक प्रतिबंधित रहेगा,लडकी भगाके ले जाने पर दण्ड 50,000रू एवं दो बकरे,शराब पुर्णतः बन्द रहेगी। 

आणा में वर पक्ष से दो बकरे एवं वधु पक्ष से एक बकरा रहेगा, शराब पुर्णतः बन्द रहेगी,अन्य समाज मे लडकी भगाके ले जाने पर 1,50,000 रू दण्ड एवं लडकी वापस ले जायेंगे,सगाई जोडी हुई लडकी अन्यत्र जगह भागती हे तो दिया हुआ देज का दुगुना वापस करना होगा,यदी लडका सगाई के बाद अन्य लडकी को लेकर भागता है तो दिया हुआ देज वापस नही होगा, विधवा या विधुर समाज की सहमती से विवह करते हे तो कोई दण्ड का प्रावधान नही होगा।

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