इस कलयुग में आप ने 24 घंटे में से 24 मिनट भी भगवान को दे दें तो कल्याण हो जायेगा : पं. शिव गुरु शर्मा
मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
इस संसार में पैसा जरूरी है मगर पैसा सब कुछ नहीं होता, पैसे से बिस्तर खरीदा जा सकता है मगर नींद नहीं खरीदी जा सकती है, यानि कि पैसे से आराम चैन नहीं मिल सकता।
कथा में आगे व्यास पीठ से पंडित जी ने बताया कि भगवान कृष्ण की रूक्मणी से विवाह के बाद सतराजू नामक ब्राह्मण ने मणी चोरी का आरोप लगाया उस मणि को प्राप्त करने के लिए जामवंत से युद्ध किया तथा उसकी पुत्री जामवंती से विवाह किया, इसके बाद कालिंदी,मित्र वृंदा सत्या,लक्षणा आदि के उपरांत भोमासुर को कैद से सोलह हजार एक सौ एक कन्याओं को छुड़ा कर उनसे विवाह किया,इस प्रसंग में मेरे आंगन की गुड़िया का विदाई गीत ऐसा सुनाया कि पांडाल में उपस्थित सभी की आंखें नम हो गई ।
