पारा। जिनका आशीर्वाद सदैव पारावासियों पर रहा। ऐसे पूण्य सम्राट की प्रतिमा का नगर प्रवेश बेंड-बाजो एवं ढोल ढमाको के साथ गुलाल की होली खेलते हुए करवाया गया। वर्तमान गच्छाधिपति नित्यसेन सूरीश्वर द्वारा दिये गए मुहूर्त में चातुर्मास हेतु विराजित साध्वी भगवंत चारित्र कला श्रीजी मसा की निश्रा में सम्पूर्ण आयोजन सम्पन्न हुआ।
