फुलमाल उपखण्ड मे निकला पर संचलन, कदमताल करते निकले स्वयं सेवक

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सोंडवा। शनिवार के दिन छकतला खण्ड के फुलमाल उपखण्ड मे पथ संचलन निकाला गया जिसमें 145 स्वयंसेवकों एक साथ एक जैसे कदमताल मिलाकर संचलन गीत है जवान देश के, लाड़ने स्वदेश के, गति कभी रूके नही, पंथ आग से भरा डगमगा रही धरा गीत गाते हुए बापुड़िया मैदान झरकली से प्रमुख मार्ग से होते दशहरा फलिया से वापस बापुड़िया मैदान समापन फुलमाल मे पथ संचलन का समापन हुआ।

बापुड़िया में उपस्थित स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए ढेडुसिंह डावर जिला बौद्धिक शिक्षण प्रमुख ने उपस्थित स्वयंसेवकों को बताया हैं कि संघ की स्थापना सन 1925 में डां. केशव बलिराम हेडगेवार जी ने एक शाखा रूपी बीज बोया है जो आज पुरे विश्व का सबसे बड़ा संगठन हैं। शाखा एक ऐसी पद्धति जिस शाखाओं से कार्यकर्ताओं का सर्वांगीण विकास होता है। संघ का स्वयंसेवक अपनी जान की परवाह न करते हुए देश समाज और राष्ट्र को परवं वैभव पर पहुचाने के लिए दिन रात एक करके देश की सेवा में लगे रहते है डावर ने बताया की हम बड़े परम शोभाग्यशाली है की हम संघ 100 वर्ष पूर्ण होते हुए देख रहे है लेकिन ऐसे हजारों कार्यकर्ताओं ने अपने प्राणों की आहुतियां दी है लेकिन उन सभी दिवंगत कार्यकताओं संघ अपने आंखों से नही देखे और उनकी बदौलत से आज भारत चाहै धारा 370 हो या 500 वर्षों पुराना राम जन्मभूमि हमारे आंखों से बनते हुए देख रहे हैं ऐसे बड़े बड़े कार्य हम देख रहे हैं अन्त में डावर ने यह भी बताया कि सभी कार्यकर्ताओं को बताया की संघ के शताब्दी वर्ष में हमे बड़े बड़े आयोजन नही करना है हमे शताब्दी वर्ष में नागरिक अनुशासन, सामाजिक समरसता, स्वदेशी, कुटुम्ब प्रबोधन, पर्यावरण ऐसे पांच काम करने को बताया हैं। मंच पर श्री प्रवीण जी सोलंकी मंच पर उपस्थित थें। गीत प्रकाश जी सस्तिया, अमृत सोहन जी सस्तिया ने लिया ।

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