पेटलावद, हमारे प्रतिनिधिः स्वाइन फ्लू को लेकर जहां डर हैं वहीं अब जागरूकता और स्वास्थ्य शिविर का दौर भी शुरू हो गया है। इसी कड़ी में शनिवार को पेटलावद में शासकीय आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में एक शिविर का आयोजन किया गया। इस स्वास्थ्य शिविर में 113 मरीजों का परीक्षण किया गया। इसके बाद इन मरीजों को जरूरी दवाईयां वितरित की गई।
झाबुआ आजतक आप सभी को बता रहा है कि इस बीमारी से घबराने के बजाए बचाव की जरूरत हे। कुछ नुस्से अपना कर आप इससे बच सकते है। इतना ही नहीं इस बीमारी का इलाज भी है। बस जरूरत है तो सावधानी की।
ये हैं स्वाइन फ्लू से बचने के नुस्खे:-
(1) जीवनीय शक्तिवर्धक हल्दी, तुलसी, नीम, गिलोय, फुदीना, आंवला, ग्वारपाठा, लहसुन, अदरख इत्यादि का सेवन प्रतिदिन करें।
(2) रोग नाशक द्रव्य के रूप में सुदर्शन क्वाथ या उनकी वटी/चूर्ण, भारंग्यादि क्वाथ, संशमनी वटी, गिलोय की वटी/चूर्ण/क्वाथ का सेवन करें।
(3) पाचनतंत्र को स्वस्थ रखने के लिए हल्का, गर्म, ताजा भोजन ही लें।
(4) सूप, नींबू रस, आंवला रस, मोसम्बी के रस, हल्दी वाला दूध और ज्यादा पानी का सेवन करें।
(5) नियमित प्राणायाम करें।
(6) गुग्गुल, काली मिर्च, गाय का शुद्ध घी, कपूर और शक्कर मिश्रित कर सेवन अवश्य करें।
(7) पर्याप्त मात्र में नींद लें।
(8) तनावग्रस्त न रहें, प्रफुल्लित और प्रसन्न रहें।
(9) जीवनी शक्ति/इम्युनिटी पावर बढ़े, ऐसे सभी प्रयास करें।
उपरोक्त प्रयोग से न केवल आपकी जीवनी शक्ति बढ़ेगी, बल्कि स्वाइन फ्लू के साथ और भी संक्रमित रोगों से लड़ने की भीतरी ताकत, प्राण शक्ति भी आप में पैदा होगी।